2 साल की इनाया को कुछ ऐसे संभाल रहे हैं कुणाल और सोहा, आप भी लीजिए इनसे ये सीक्रेट मंत्र

2 साल की इनाया को कुछ ऐसे संभाल रहे हैं कुणाल और सोहा, आप भी लीजिए इनसे ये सीक्रेट मंत्रकोरोना वायरस लॉकडाउन अब पैरेंट्स के साथ-साथ बच्चों के लिए भी परेशानी का सबब बनता जा रहा है। इन दिनों बच्चों की पैरेंटिंग और भी मुश्किल हो गई है, ऐसे में मां-बाप के सामने एक के बाद एक चुनौतियां दस्तक दे रही हैं कि सारा दिन बच्चों को घर में कैसे संभालें? ऐसा क्या करें जिससे बच्चों का मन घर में ही लगा रहे? अगर आपके भी ऐसे कुछ सवाल हैं तो बॉलीवुड एक्टर सोहा अली खान और कुणाल खेमू का ये सीक्रेट मंत्र आपके काम आ सकता है। जी हां, कुणाल-सोहा की लाडली इनाया नौमी खेमू अभी केवल 2 साल की हैं ऐसे में उनके लिए भी अपनी छोटी- सी बेटी का ख्याल रखना बेहद मुश्किल था। लेकिन दोनों ने ही लॉकडाउन में पैरेंटिंग के कुछ टिप्स अपनाए जिनकी मदद से आप भी अपने बच्चे की अच्छी देखभाल कर सकते हैं।
अकेला न महसूस होने दें
इस बात में कोई दोराय नहीं कि लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर देखने को मिल रहा है। जी हां, कई पैरेंट्स भी अपने बच्चों को लेकर परेशान हैं कि मासूमों को कैसे समझाया जाए कि बाहर के हालात कैसे हैं। कुछ बच्चे अपने दोस्तों को मिस कर रहे हैं तो कुछ खुले मैदान को। ऐसे में अब लॉकडाउन मां-बाप के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। ऐसे में पैरेंट्स को कोशिश यही करनी चाहिए कि वो अपने बच्चों को अकेला न महसूस होने दें, सोशल मीडिया के जरिए वो उन्हें समय-समय पर नई-नई बातें बताएं, ऐसे में बच्चे घर में पड़े-पड़े बोर भी नहीं होंगे साथ ही उनमें ज्ञान का संचार भी होगा।
इनडोर गेम्स को दें प्रेफरेंस
बच्चा चाहे छोटा हो या फिर बड़ा, लेकिन इस बात में कोई शक नहीं कि वो ज्यादा देर घर में नहीं बैठ सकता। ऐसे में अपने बच्चों के साथ आप इनडोर गेम्स का प्लान बनाएं, इससे आपको और आपके बच्चे को समय का पता भी नहीं चलेगा और वो व्यस्त भी रहेंगे। इतना ही नहीं, अगर उनका गेम्स खेलने का मन नहीं है तो उन्हें पेंटिंग और क्राफ्ट करने के लिए छोड़ दें।
ऑनलाइन गेम भी हैं बेहतरीन आइडिया
इस बात से हम और आप सभी वाकिफ हैं कि ये समय पैरेंट्स के साथ-साथ बच्चों के लिए भी किसी चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में अगर आप वर्किंग पैरेंट्स हो तो आपकी मुश्किल हम अच्छे से समझ सकते हैं। भले ही इन दिनों पैरेंट्स को घर से काम करना पड़ रहा है, लेकिन ऑफिस के मुकाबले वे अधिक काम कर रहे हैं जिसके चलते अपने बच्चों को पर्याप्त समय नहीं दे पा रहे। ऐसे में कोशिश करें कि आप बीच-बीच में अपने बच्चों के साथ ऑनलाइन गेम खेलने का मन बनाएं। ऐसे में मासूम आपसे जुड़ा हुआ महसूस करेंगे।
बच्चों के मन में डर को न पलने दें
कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के कारण इन दिनों हर घर में केवल एक ही बात है कि इस मुश्किल की घड़ी से कैसे निकला जाए। ऐसे में बच्चा चाहे छोटा हो या फिर बड़ा, वो पैरेंट्स की हर बात पर ध्यान देता है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा कोशिश यही करें कि बच्चों को सुरक्षित महसूस कराने के लिए उनसे पॉजिटिव बातचीत करें और साथ ही साथ उनके मन में पलने वाले किसी भी डर का तुरंत जवाब दें।
खाली समय में बच्चों की लें हेल्प
छोटे बच्चों को अक्सर ये बात पसंद आती है जब उनके पैरेंट्स किसी काम के लिए उनकी हेल्प लेते हैं। ऐसे में कोशिश करें कि आप जब भी किचन का या कोई वैसा काम कर रहे हों तो अपने बच्चों को अपने साथ बिजी रखें। ऐसे में वो अकेले भी बोर नहीं होंगे और साथ ही साथ आपको भी घर के काम में थोड़ी मदद मिल जाएगी।