CM शिवराज मंत्रिमंडल गठन की सुगबुगाहट, दावेदार विधायक सक्रिय

भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल गठन की सुगबुगाहट तेज होते ही दावेदार विधायक भी सक्रिय हो गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि इसी सप्ताह शिवराज सिंह चौहान अपने मंत्रिमंडल का गठन कर लेंगे। जिसमें फिलहाल लगभग 10 मंत्री होंगे। मंत्री बनने के लिए विधायक कोरोना के चलते दिल्ली और भोपाल दौड़ तो नहीं कर पा रहे, लेकिन दिल्ली और भोपाल में बैठे अपने-अपने नेताओं को मोबाइल फोन पर अपनी दावेदार जता रहे हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि इस बार के मंत्रिमंडल में कई नामी चेहरे गायब हो सकते हैं। इनकी जगह पर शिवराज सिंह चौहान ऐसे विधायकों को मौका दे सकते हैं, जो पहले कभी मंत्री नहीं बने है। हालांकि पहली बार के विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जाएगा। भाजपा के अधिकांश उन विधायकों को मौका मिलेगा जो तीन या उससे ज्यादा बार विधायक बन चुके हैं, लेकिन अब तक मंत्री नहीं बन सके।
सूत्रों की मानी जाए तो शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट गठन में लगभग 10 मंत्री बनाए जा सकते हैं। कोरोना संक्रमण से निपटने के बाद शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। मंत्रिमंडल में सिंधिया समर्थकों को भी शामिल किया जा सकता है। ये बिना विधायक बने ही मंत्री बनेंगे। इन्हें 6 माह के भीतर उपचुनाव जीतकर आना होगा।
भाजपा फिलहाल मंत्रिमंडल में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र को ज्यादा महत्व दे सकती है। इसके चलते वहां से दो बार के विधायक अरविंद भदौरिया, भारत सिंह कुशवाह और वीरेंद्र रघुंवशी को मौका मिल सकता है। वहीं इस क्षेत्र से तीन पूर्व मंत्रियों में से दो को ड्रॉप किया जा सकता है। इसी तरह से बुंदेलखंड से सागर जिले से सबसे ज्यादा दावेदार है, यहां से प्रदीप लपारिया, महेश राय और शैलेंद्र जैन अब तक मंत्री नहीं बनें हैं। जबकि जिले में पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह जैसे कद्दावर नेता है, वहीं हाल ही में कांग्रेस से भाजपा में आए गोविंद राजूपत भी इसी जिले से हैं।