स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भोपाल के लोगों पर पड़ सकती है भारी

भोपाल
महामारी कोरोना वायरस (Pandemic coronavirus) को लेकर स्वास्थ विभाग (Health Department) व सरकारी मशीनरी की चूक के कारण मध्य प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. पहले तो स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने खुद विभाग कर्मचारियों को खतरे में डाला और अब भोपालवासियों पर भी खतरे के बादल मंडराने लगे हैं. खासकर बात राजधानी भोपाल की करें तो स्वास्थ विभाग की लापरवाही के कारण भोपाल की जनता में संक्रमण का खतरा बना हुआ है. लापरवाही का आलम ये है कि राजधानी में कोरोना संक्रमित दो मरीजों की मौत के बाद जानकारी के अभाव में मृतकों का शव परिजनों को सौंप दिया गया और उन शवों की अंत्येष्टि में कई लोग शामिल हुए. जिसके बाद अब वो तमाम लोग संदेह के घेरे में हैं. फिलहाल उन इलाकों को सील कर लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है.
राजधानी भोपाल (Bhopal) में ऐसे दो मामले सामने आए जिसमें स्वास्थ्य विभाग खुद अपनी और दूसरों की जान से खिलवाड़ करता नजर आ रहा है. मृतक जगन्नाथ मैथिल और इमरान खान ऐसे दो कोरोना मरीज थे जिनकी मौत पहले हुई और रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि बाद में हुई. हमीदिया और एम्स अस्पताल में हुई इन मौत के बाद डॉक्टरों ने सामान्य मौत मान कर शव को परिजनों के हाथों सौंप दिया. मौत के दो दिन के बाद मरीजों की रिपोर्ट आई तो जानकारी लगी कि ये दोनों मरीज कोरोना संक्रमित थे.
मामले की गंभीरता को समझते हुए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन दल दोनों सक्रिय हुए. कलेक्टर के आदेश पर दोनों मरीजों की हिस्ट्री पता लगाने में अमले जुट गए. जानकारी में सामने आया कि दोनों मरीज गोल्ड सिटी भोपाल के रहने वाले थे. सतर्कता बरतते हुए जिला प्रशासन ने ओल्ड सिटी जहांगीराबाद के इलाकों को सील कर दिया क्योंकि उन्हें यह जानकारी प्राप्त हुई थी कि दोनों ही मृतकों की अंत्येष्टि में उनके पड़ोसी और परिवार वाले बड़ी संख्या में शामिल हुए थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र को सील कर स्वास्थ्य अमला अब घर-घर पहुंचकर बीते दो दिनों से प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग करने में जुटा हुआ है.
जहांगीराबाद निवासी जगन्नाथ मैथिल और इमरान की मृत्यु कोरोना वायरस के कारण हुई है. इन दोनो ही केसों में खास बात ये रही की मरीज़ो की मौत पहले हो गई और जांच रिपोर्ट बाद में आई जो पॉजिटिव निकली निकली. इससे पहले रिपोर्ट आती मृतकों की अंत्येष्टि कर दी गई. दोनो ही मृतकों की अंत्येष्टि मे 30- 50 लोग शामिल हुए थे. जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव पाए जाने के बाद मेडिकल टीम जिला कलेक्टर के आदेश के बाद हरकत में आई.
दोनों मृतकों के परिवार वालों का मेडिकल दल ने चेकअप किया. मेडिकल चेकअप के दौरान 40 से 50 लोगों सस्पेक्ट (corona suspect) माना गया है जिनकी स्क्रीनिंग के बाद सैम्पल कलेक्ट कर जांच के लिए भेजे गए हैं. प्रशासन की तरफ से आज दोनों ही मृतकों के परिवार व आस-पड़ोस के 40 से 50 लोगों को ऑल सेंट स्कूल गांधीनगर में क्वारंटाइन (Quarantine) किया गया है. जहां संदिग्धों को डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा और रिपोर्ट आने बाद उपचार किया जाएगा.