
बीजापुर
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने पुलिस के एक सहायक आरक्षक की हत्या कर दी है. नक्सलियों ने सहायक आरक्षक कुरसम रमेश की धारदार हथियार से हत्या की इसके बाद शव को फरसेगढ़ थाना क्षेत्र में सड़क पर ही फेंक दिया. शव के साथ ही नक्सलियों ने एक पर्चा भी फेंका है, जिसमें उसकी हत्या की जिम्मेदारी नेशनल पार्क एरिया कमेटी द्वारा लेना लिखा गया है. पर्चे में सहायक आरक्षक पर ग्रामीणों को परेशान करने का आरोप लगाया गया है.
कुरसम रमेश साल 2006 में सलावा जुडूम का हिस्सा था और एसपीओ भी बना था. सलावा जुडूम पर कोर्ट की रोक के बाद सहायक आरक्षक बनाया गया था. बताया जा रहा है कि इससे पहले भी आरक्षक पर नक्सलियों ने हमला किया था, लेकिन वो बच गया था. इस बार नक्सलियों ने उसका अपहरण कर धारदार हथियार से उसकी हत्या कर दी. नक्सलीयों ने जवान पर ग्रामीणों का पैसा, बकरा, मुर्गा लूटने के साथ मारपीट का भी आरोप लगाया है. पुलिस ने शव बरामद कर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है.
छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में कई गांवों में लॉकडाउन के बावजूद अन्य राज्यों से मजदूरों के आने का सिलसिला जारी है. पुलिस का दावा है कि जंगल व पहाड़ी रास्तों से नक्सली मजदूरों को गांवों में पहुंचा रहे हैं. इसके एवज में वे मजदूरों से पैसों की उगाही कर रहे हैं. नक्सलियों की इस करतूत से ग्रामीण इलाकों के कोरोना वायरस के संक्रमण का हॉट स्पॉट बनने का खतरा बढ़ गया है. दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र, तेलंगाना, ओडिशा और आंध्र प्रदेश से मजदूरों को नक्सली बॉर्डर पार करा कर छत्तीसगढ़ के गांवों में दाखिल करा रहे हैं. इतना ही नहीं दंतेवाड़ा पुलिस ने नक्सलियों पर ग्रामीणों को मिलने वाला राशन लूटने का भी आरोप लगाया है.