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राजस्व पदाधिकारियों को 15 अगस्त, रक्षाबंधन का तोहफा, 700 RO की सेवा इसी माह होगी नियमित

 पटना
 
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग सभी अंचलों में तैनात करीब 700 राजस्व पदाधिकारी (आरओ) की सेवा करीब 10 वर्ष बाद नियमित करने जा रहा है। पहले इन्हें सर्किल इंस्पेक्टर (सीआई) कहा जाता था। इन आरओ की प्रोबेशन अवधि दो साल ही होती है, लेकिन विभागीय लेटलतीफी से इनकी सेवा संपुष्टि नहीं हो पायी थी। अब अगस्त के अंत तक इस प्रक्रिया के पूरी होने की संभावना है। इसमें 2014 के बाद बहाल वैसे राजस्व कर्मी भी शामिल हैं, जो आरओ के तौर पर नामित हो गए हैं। इससे इन्हें प्रोन्नति का रास्ता भी आसान होगा।

विभाग में इनकी सेवा संपुष्ट करने से संबंधित कवायद शुरू कर दी गई है। सभी जिलों के डीएम को इससे संबंधित रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया है ताकि पता चल सके कि किन्हीं के ऊपर वर्तमान में कोई आरोप तो नहीं है या कोई विभागीय कार्यवाही तो नहीं चल रही है। सिर्फ वही कर्मी नियमित होंगे, जिन पर किसी तरह का आरोप नहीं है। विभाग में इनसे संबंधित सभी फाइलों को खंगालने की प्रक्रिया तेज हो गयी है, जिससे यह भी पता चल सके कि विभागीय स्तर पर किसी सीआई पर कोई कार्रवाई तो लंबित नहीं है या चल रही है या किन्हीं को सजा तो नहीं हुई है।

बढ़ सकती है आरओ की संख्या
राज्य में ऐसे कर्मियों की फिलहाल संख्या करीब 700 है। हालांकि इसे लेकर विभागीय स्तर पर नये सिरे से अवलोकन भी किया जा रहा है, जिससे कोई कर्मी छूटे नहीं। इसके बाद इन कर्मियों की संख्या थोड़ी बढ़ भी सकती है। नियमानुसार, सीआई के पद पर बहाल होने के दो वर्ष बाद ही इन कर्मियों के कार्यों को देखते हुए इनकी सेवा को विभागीय स्तर पर नियमित कर देनी चाहिए थी। कुछ दिनों पहले विभागीय मंत्री रामसूरत राय के स्तर पर समीक्षा के दौरान यह मुद्दा सामने आने के बाद उन्होंने इसका जल्द निपटारा करने का आदेश दिया था।

 

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