मध्य प्रदेशराज्य

पंचायत-निकाय इलेक्शन का गुणा-भाग, 5 में से 4 पर काबिज होंगी महिलाएं

भोपाल
आने वाले कुछ समय में शहर और ग्रामीण क्षेत्र में सत्ता महिलाओं के हाथ में होगी। दरअसल आरक्षण के चलते निकायों और पंचायतों में प्रमुख पद महिलाओं के हवाले हो गए हैं। भोपाल में महिला ही महापौर होंगी, क्योंकि यह पद ओबीसी महिला के खाते में गया है। इसी तरह जिला पंचायत अध्यक्ष का पद भी महिला के लिए आरक्षित है। यही नहीं बैरसिया जनपद भी महिला के आरक्षित है। इसी तरह उम्मीदवारों की जीत-हार में भी महिला वोटर्स बड़ी भूमिका निभाएंगी।

राजधानी में सात साल बाद चुनावी घमासान जारी है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब 25 जून को वोटिंग होनी है। वहीं, नगर निगम चुनाव में नामांकन फार्म जमा होने का सिलसिला जारी है। इस बार भोपाल जिले में निकाय चुनाव हो, चाहे पंचायत चुनाव हो सभी जगह महिलाओं का दबदबा देखने को मिलेगा। जिले में आरक्षण प्रक्रिया में इस बार फंदा जनपद पंचायत अध्यक्ष की सीट को अनारक्षित रखा गया। इसके अलावा अन्य जितने भी जिले के मुख्य पद हैं, वह सभी महिला वर्ग के लिए आरक्षित है। ऐसे में इस बार जिले में महिलाओं का ही दबदबा रहेगा। इसमें भोपाल नगर निगम महापौर के लिए पिछड़ा वर्ग महिला, भोपाल जिला पंचायत अध्यक्ष अनारक्षित महिला, बैरसिया जनपद पंचायत अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग महिला और बैरसिया नगर पालिका अध्यक्ष का पद अनारक्षित महिला के लिए आरक्षित किया गया है।

चुनावी मैदान में दोनों पार्टियों के नेताओं ने लगाया जोर
जिले में अधिकांश प्रत्याशी अध्यक्ष बनने के लिए ही इस बार चुनाव लड़ रहे हैं। यही वजह है कि इस बार दिग्गज नेताओं के परिवारों से महिलाएं चुनावी मैदान में दिख रही हैं। पंचायत चुनाव में जिस तरह से दिग्गजों ने पर्चा दाखिल किए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि निकाय चुनाव में भी दिग्गज नेताओं के परिवारों की महिलाएं चुनावी मैदान में दिखेंगी।

वोटर लिस्ट : जीत-हार में बड़ा फैसला निभाएंगी महिला वोटर्स
 नगर निगम ने जो नई वोटर लिस्ट प्रकाशित की है, उसके आंकडों को देखें तो लगता है कि इस बार शहर की नगर सरकार कैसी होगी, यह बहुत हद तक महिला वोटर ही तय करेंगी। 85 वार्डों में कुल मतदाताओं की संख्या 17 लाख 6 हजार 637 है। इनमें से 8 लाख 86 हजार 126 पुरु ष हैं। 8 लाख 20 हजार 343 महिला मतदाता हैं। महिला और पुरु ष वोटर्स का अंतर सिर्फ 65 हजार 783 है। वहीं 168 वोटर थर्ड जेंडर भी हैं। आंकडों के मुताबिक नई वोटर लिस्ट में 29 वार्ड ऐसे हैं, जिसमें महिलाओं की संख्या पुरु षों से थोडी ही कम है। इन वार्डों में महिलाएं निर्णायक भूमिका निभाएंगी। उत्तर विधानसभा के दो वार्डों में तो महिलाओं की संख्या पुरु षों से ज्यादा है।

महापौर के अलावा अन्य पदों के लिए सदस्य ही चुनेंगे नेता
राज्य शासन के आदेश के अनुसार इस बार नगर पालिक निगम के अलावा सभी मुख्य पद यानी अध्यक्ष पद का चुनाव सीधा प्रत्यक्ष न होकर अप्रत्यक्ष प्रणाली से होगा। जिसमें जिला पंचायत भोपाल, जनपद पंचायत फंदा और बैरसिया में चुनाव जीत कर आए सदस्य ही अध्यक्ष को चुनेंगे। साथ ही बैरसिया नगर पालिका परिषद अध्यक्ष का चुनाव भी वार्डों से चुने हुए पार्षद करेंगे। यही वजह है कि इस बार चुनावी मैदान में महिला प्रत्याशियों की भरमार रहेगी।

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