छत्तीसगढ़रायपुर

शाला प्रवेशोत्सव आयोजन के पूर्व शाला परिसर की साफ-सफाई एवं रंग-रोगन करने के निर्देश

रायपुर
विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी शाला प्रवेश को एक उत्सव के रूप मनाते हुए बच्चों के प्रवेश को यादगार बनाने के लिए शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस वर्ष का प्रवेश उत्सव 16 जून से जोर-शोर से व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ 15 जुलाई तक आयोजित किया जाएगा। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग ने शाला प्रवेश उत्सव आयोजन के लिए सभी जिला कलेक्टरों, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान और सभी जिला मिशन समन्वय राजीव गांधी शिक्षा मिशन को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि शाला प्रवेश उत्सव को जन-जन का अभियान बनाने के लिए व्यक्तिगत रूचि लेते हुए इसे सभी स्तर पर सफल बनाए, ताकि 6 से 14 वर्ष के शत् प्रतिशत बच्चों का शाला में प्रवेश एवं ठहराव सुनिश्चित करते हुए उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर समग्र शिक्षा के लक्ष्य का प्राप्ति की जा सके।

शाला प्रवेश उत्सव आयोजन के लिए जारी निर्देश में कहा गया है कि सत्र की शुरूआत एक उत्सव के रूप में हो, बच्चों में पालकों के लिए यह दिन विशेष तौर पर यादगार बन सके। इसके लिए राज्य स्तर पर चयनित किसी एक स्कूल में, सभी जिला एवं विकासखण्डों में किसी एक चयनित शाला में, सभी शाला संकुलों में और सभी शालाओं में अपने-अपने स्तर पर अपनी-अपनी क्षमतानुसार प्रवेशोत्सव का आयोजन किया जाए। शाला प्रवेश उत्सव के विशेष शुरूआती कार्यक्रम के लिए समय निर्धारित करते हुए प्रारंभ में राजगीत, राष्ट्रगान, सम्मानीय अतिथियों का स्वागत एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया जाए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री के संदेश का वाचन के बाद नव प्रवेशित बच्चों का मिठाई, गुलाल, पुस्तक एवं गणवेश वितरण कर प्रतिभाशाली बच्चों का सम्मान एवं स्वागत किया जाए। विभिन्न हितग्राहियों को योजना अंतर्गत महतारी दुलार योजना, सायकल, विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों के लिए आवश्यक संसाधन, प्रतिकात्मक छात्रवृत्ति का वितरण कर लाभ दिया जाए। शाला संकुल प्राचार्य द्वारा आगामी सत्र में गुणवत्ता सुधार के लिए तैयार कार्ययोजना से परिचय से समुदाय विशेषकर पालकों को अवगत कराया जाए। चयनित बच्चों द्वारा अभिव्यक्ति एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाए। पालकों एवं शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा विचार व्यक्त किए जाए। मुख्य अतिथि एवं विशेष अतिथियों द्वारा उद्बोधन के बाद उपस्थित सभी सम्मानीय अतिथियों एवं आयोजन में सहयोगकतार्ओं को धन्यवाद ज्ञापित किया जाए।

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