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क्रिप्टो में तगड़ी बिकवाली, बिटकॉइन की कीमत 23500 डॉलर पर आई, इथेरियम 16.62% गिरी, शीबा इनू व डॉग कॉइन भी पस्त

 नई दिल्ली
 
पिछले कुछ दिनों से मंदडिये क्रिप्टोकरंसी बाजार पर अपनी पकड़ बनाए हुए हैं। कॉइन मार्केट कैप के आंकड़ों के अनुसार, वैश्विक क्रिप्टोकरंसी बाजार का पूंजीकरण सोमवार को 9.4 फीसदी गिरकर एक ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंच गया। साथ ही सबसे बड़ी क्रिप्टो बिटकॉइन 14.97 गिरकर 23500 डॉलर पर आ गई। गौरतलब है कि क्रिप्टो मार्केट में आई तेज गिरावट के कारण प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत दिसंबर 2020 के बाद यानी 18 माह के सबसे निचले स्तर पर आ गई है।

बाकी क्रिप्टोकरंसी को भी तगड़ा झटका लगा है। सोमवार को दूसरी सबसे बड़ी करंसी इथेरियम 16.62 गिरी, पिछले सात 7 दिनों में यह 32.75 से अधिक गिर गई। रिपल में भी 9.16 की गिरावट दर्ज हुई है और गत सात दिनों में यह 21 से अधिक गिर गई है। अमेरिका द्वारा 40 साल की उच्च मुद्रास्फीति रिपोर्ट के बाद क्रिप्टोकरंसी के बाजार में गिरावट काफी तेज हो गई है। इनके अलावा शीबा इनू 13.34 फीसदी, डॉग कॉइन 18.53, वजीरेक्स 15.97 फीसदी की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे हैं।
 
सेल्सियस नेटवर्क ने लेन-देन पर लगाई रोक
क्रिप्टोकरेंसी ऋणदाता फर्म सेल्सियस नेटवर्क ने खाताधारकों के क्रिप्टो की निकासी और उन्हें दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर करने पर रोक लगा दी है। प्राइसिंग डेटा साइट कॉइनगिको के अनुसार सेल्सियस का सीईएल टोकन सोमवार को 53 फीसदी गिरकर 18 सेंट पर कारोबार कर रहा था। कंपनी कस्टमर्स से क्रिप्टो उधार लेती है और उन्हें आगे फिर उधार देती है।

रिजर्व बैंक पहले ही दे चुका है चेतावनी
रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि क्रिप्टो नियमन के दायरे में नहीं है जिसकी वजह से इसमें निवेश करने वाले पूंजी डूबने पर खुद जिम्मेदार होंगे। दास का कहना है कि भारत में सबसे बड़ी चिंता उन छोटे निवेशकों के लिए है जो 500 से दो हजार रुपये इसमें लगाते हैं।

 

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