अभियोजन अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज, घूस लेते वीडियो वायरल होने पर कार्रवाई

गोरखपुर
प्रभारी संयुक्त निदेशक अभियोजन अशोक वर्मा और ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी रणविजय सिंह पर कैंट पुलिस ने घूस लेने के मामले में मंगलवार को भ्रष्टाचार अधिनियम 1988 की धारा 3/7 के तहत केस दर्ज किया है। दोनों अधिकारियों पर बदमाशों की गैंगेस्टर की फाइल पर आपत्ति लगाने के बदले घूस लेने का आरोप है। पीड़ित की तरफ से घूस लेने का एक वीडियो भी पेश किया गया।
रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के कजाकपुर के रहने वाले दीपक यादव ने कैंट थाने में अभियोजन अधिकारियों के खिलाफ तहरीर दी है। दीपक ने ही एक एक साथी के साथ यह स्टिंग किया था और अविरल सिंह नामक व्यक्ति ने घूसखोरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, डीएम गोरखपुर, यूपी पुलिस और गोरखपुर पुलिस को वीडियो टैग करते हुए अविरल ने लिखा था कि गैंगस्टर के मामलों में घूस लिया जा रहा है। गोरखपुर में प्रभारी संयुक्त निदेशक अशोक वर्मा तथा ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी रणविजय ने अपराधियों को बचाने के लिए घूस लिया है।
वीडियो सामने आने के बाद जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने एडीएम सिटी विनीत सिंह से जांच कराई थी जिसमें वीडियो सही पाया गया था। जिसके बाद जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को रिपोर्ट भेजकर कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की है। इस बीच मंगलवार को दीपक यादव ने कैंट थाने पहुंच कर तहरीर दी जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।