अगर विपक्ष संसद को बाधित करता है, तो उन्हें “सबसे खराब परिणाम” का सामना करना पड़ेगा: संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी

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नई दिल्ली
मध्यप्रदेश और राजस्थान में बीजेपी बंपर जीत के साथ सरकार बनाने जा रही है। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में भी आसार हैं कि बीजेपी बाजी मार ले जाएगी। यहां हालांकि कांग्रेस और बीजेपी में क्लोज फाइट चल रही है। कांग्रेस तेलंगाना में सरकार बनाने जा रही है तो उसने अभी छत्तीसगढ़ में भी उम्मीदें नहीं छोड़ी हैं। इस बीच केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सोमवार 4 दिसंबर से शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है। ऐसे में अगर विपक्ष संसद को फिर बाधित करता है तो उसे आज आए नतीजों से भी बुरे परिणाम भुगतने होंगे।

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने रविवार को कहा कि जैसा कि संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होने वाला है, अगर विपक्ष संसद को बाधित करता है, तो उन्हें "सबसे खराब परिणाम" का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा, 'अगर विपक्ष संसद को बाधित करता है तो उसे आज आए नतीजों से भी बुरे नतीजे भुगतने होंगे।'

गौरतलब है कि 4 दिसंबर से 22 दिसंबर तक चलने वाला शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं। सत्र में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा से जुड़ा 'क्वेरी के बदले कैश' आरोपों पर आचार समिति की रिपोर्ट पेश की जाएगी। पहले पत्रकारों से बात करते हुए, जोशी ने कि केंद्र सरकार "सभी मुद्दों" पर चर्चा करने के लिए तैयार है, लेकिन इसे "नियमों और प्रक्रियाओं" का पालन करते हुए किया जाना चाहिए। संसदीय कार्यमंत्री जोशी ने ने बताया कि शीतकालीन सत्र में 19 विधेयक और दो वित्तीय मद विचाराधीन हैं।

 

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