योग दिवस की तैयारी, नदियों के तट, महलों, किलों समेत पुरातात्विक धरोहरों में होंगे कार्यक्रम

भोपाल
प्रदेश में योग दिवस पर सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत के साथ पुराने महलों, किलों, सरोवरों के किनारे योग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन स्कूल और कालेजों में होने वाले कार्यक्रमों से अलग राज्य सरकार द्वारा तय स्थलों पर होगा। मंगलवार को होने वाले इन योग कार्यक्रमों के लिए सरकार ने 75 स्थलों का चयन किया है।
इस वर्ष मानवता के लिए योग थीम पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। जिन 75 स्थलों पर योग के विशेष सत्र होना है, उनमें श्योपुर जिले में महाराजा नरसिंह महल, मुरैना में मंदिर समूह बटेश्वर, भिण्ड में अटेर किला, ग्वालियर में विक्रम महल, जहाँगीर महल और मानमंदिर परिसर ग्वालियर किला, शिवपुरी में पिछोर का किला और गाँधी भवन शिवपुरी, गुना में बजरंगगढ़ का किला, अशोकनगर में बादल महल चंदेरी, दतिया में महाराजा परीक्षित की छत्री शामिल हैं। सागर में सागर पुलिस एकेडमी, प्राचीन किला खुरई और प्राचीन किला मालथौन, दमोह में दमयंती गढ़ी, रंगमहल पैलेस हटा और नोहटा मंदिर, पन्ना जिले में छत्रसाल पार्क, छतरपुर में खजुराहो कंदरिया मंदिर प्रांगण, टीकमगढ़ में सूर्य मंदिर उमरी और मढ़खेरा, निमाड़ी में जहाँगीर महल ओरछा में योग कार्यक्रम होंगे। छिंदवाड़ा में प्राचीन गोंड किला देवगढ़, रतलाम में बिल्पकेश्वर मंदिर बिल्पांक, शाजापुर में राणोजी शिंदे की छत्री, मंदसौर में यशवंत राव होल्कर प्रथम की छत्री भानपुरा, नीमच में जीरन की गढ़ी, उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर रामघाट और प्राचीन किला महिदपुर में योग के विशेष सत्र होंगे।