24 जुलाई को लेकर बड़ा खुलासा, आम लोगों को हो सकती है भारी दिक्कत

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जालंधर
शहर के पॉश क्षेत्र से घिरे लतीफपुरा इलाके में पिछले अढाई साल से बंद पड़ी 120 फुटी मेन सड़क को लेकर अब स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। जीटीबी नगर और मॉडल टाउन से लगते इस इलाके के सैकड़ों लोगों ने एकजुट होकर सड़क खुलवाने की मांग की, और सरकार के खिलाफ रोष जाहिर किया। लोगों ने बताया कि इस मुख्य मार्ग पर कब्जे हटाने में हो रही देरी से उनकी आवाजाही और कारोबार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।लोग गुरुद्वारा नौवीं पातशाही तक नहीं जा पा रहे । लोगों को अपने घरों तक जाने के लिए भरी मशक्कत करनी पड़ती है ।

लोगों का कहना है कि जो रास्ता खुला है, वह इतना तंग है कि वहां दिनभर भारी ट्रैफिक जाम रहता है, जिससे स्कूली बच्चों की बसों और माता-पिता को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। इस मौके पर विभिन्न धार्मिक समितियों, सोसाइटीज और स्थानीय निवासियों ने एकत्रित होकर आम आदमी पार्टी की नेत्री और इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट चेयरमैन को एक मांगपत्र सौंपा। इस मांगपत्र में 120 फुटी सड़क से अवैध कब्जे जल्द हटाने और सड़क खोलने की मांग की गई। मौके पर आम आदमी पार्टी के नेता लक्की ओबरॉय, निरवैल सिंह कंग, वरिंदर मलिक, ललित त्रिखा, सुनील चोपड़ा, परमजीत सिंह, राजीव दुग्गल सहित कई अन्य मौजूद रहे। इस दौरान इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट चेयरमैन लोगों को भरोसा दिलाया कि वह यह मांगपत्र मुख्यमंत्री भगवंत मान तक पहुंचाएंगी और इस गंभीर मुद्दे पर बैठक कर समस्या का जल्द समाधान करवाने का प्रयास करेंगी।

विस्थापित परिवारों का भी धरना जारी, संघर्ष का अल्टीमेटम दिया
वहीं, लतीफपुरा के विस्थापित परिवारों की ओर से भी आज एक धरना दिया गया। लतीफपुरा पुनर्वास मोर्चा के नेता महिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि अढ़ाई साल पहले इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट द्वारा उनके घर तोड़ दिए गए थे, लेकिन आज तक उनका कोई पुनर्वास नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि जब ट्रस्ट की चेयरपर्सन राजविंदर कौर थिआड़ा मौके पर आईं, तो सिर्फ 15 कदम दूर से लौट गईं और पीड़ित परिवारों से मिलने की जहमत नहीं उठाई, जो कि अपमानजनक और असंवेदनशील रवैया है। मोर्चा नेताओं ने आम आदमी पार्टी के नेता लक्की ओबरॉय पर भी नाराजगी जताई और कहा कि जिस दिन घर तोड़े गए थे, उस दिन उन्होंने मंच से वादा किया था कि जब तक विस्थापितों को दोबारा उसी जगह बसाया नहीं जाएगा, वे उनके साथ खड़े रहेंगे, लेकिन अब वही नेता विस्थापितों के खिलाफ खड़े होकर उनका जख्म फिर से हरा कर गए हैं, जो कि एक बड़ा धोखा है।

24 जुलाई को बड़ा विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी
मोर्चा नेताओं ने 24 जुलाई को बड़ा विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है। उन्होंने सभी सिख संस्थाओं, किसान यूनियनों, खेत मजदूर संगठनों, निहंग जत्थेबंदियों, ट्रांसपोर्ट यूनियनों, छोटे दुकानदारों व इंसानियत पसंद लोगों से लतीफपुरा के हक में एकजुट होने की अपील की है। इस मौके पर मोर्चा के प्रमुख लखवीर सिंह, अवतार सिंह रेरू, तरसेम सिंह, महिंदर सिंह बाजवा, बीबी पलविंदर कौर, बीबी भुपिंदर कौर, जसपाल सिंह, बाबा प्रीतम सिंह, गुरबक्श सिंह मंगा, कश्मीर सिंह, सरबजीत सिंह, गुरदयाल सिंह और हरदीप सिंह सहित अनेक मौजूद रहे। लतीफपुरा का मुद्दा अब राजनीतिक और सामाजिक संघर्ष का केंद्र बनता जा रहा है। एक तरफ सड़क खुलवाने की मांग है तो दूसरी ओर विस्थापित परिवार अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। आने वाले दिनों में यह मसला और गरमाने के आसार हैं।

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