भाजपा की संगठनात्मक रणनीति पर मंथन, बीएल संतोष पटना में सक्रिय

पटना
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष शुक्रवार को तीन दिवसीय दौरे पर पटना पहुंचे। उनका यह दौरा बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। संतोष की अध्यक्षता में राजगीर में एक अहम संगठनात्मक बैठक होगी, जिसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करना और संगठन को मजबूत करना है। संतोष का यह दौरा भाजपा के ‘मिशन 2025’ का हिस्सा है, जिसके तहत पार्टी बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की स्थिति को और सशक्त करने की योजना बना रही है। बैठक में संगठन महापर्व की उपलब्धियों की समीक्षा के साथ-साथ भविष्य की संगठनात्मक गतिविधियों का रोडमैप तैयार किया जाएगा।
इसके अलावा, नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में शामिल भाजपा कोटे के मंत्रियों के कामकाज का आकलन भी कोर ग्रुप की बैठक में किया जाएगा।
संतोष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं और पार्टी पदाधिकारियों के साथ भी चर्चा करेंगे ताकि संगठन और वैचारिक समन्वय को और मजबूत किया जा सके। बैठक में बिहार में प्रवासी मतदाताओं तक पहुंचने की रणनीति पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। भाजपा ने पहले ही 150 जिलों में प्रवासी बिहारी मतदाताओं से संपर्क करने की योजना बनाई है ताकि वे दीपावली-छठ के दौरान बिहार लौटकर मतदान करें। इस रणनीति को ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के तहत लागू किया जा रहा है।
पार्टी ने इस साल मार्च में बिहार दिवस समारोह के दौरान भी प्रवासी मतदाताओं से संपर्क किया था, और अब इस डेटा को एक ऐप पर अपलोड करने की प्रक्रिया चल रही है। बीएल संतोष को संगठनात्मक कौशल और चुनावी रणनीति में महारत हासिल है। कर्नाटक में 8 साल तक भाजपा के संगठन महामंत्री रहने के बाद 2014 में उन्हें दक्षिणी राज्यों का प्रभारी बनाया गया था।
2019 में उन्हें राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) नियुक्त किया गया, जो पार्टी में दूसरा सबसे शक्तिशाली पद माना जाता है। यह बैठक बिहार विधानसभा चुनाव से पहले संगठन को एकजुट करने और मतदाताओं तक पहुंचने की रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए महत्वपूर्ण है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि संतोष की अगुवाई में बीजेपी बिहार में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के लिए आक्रामक रणनीति अपनाएगी।