मध्यप्रदेश के 8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, डैम के गेट खुलने से बढ़ा खतरा

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भोपाल

मध्यप्रदेश में मॉनसून फिर से अपने रंग दिखा रहा है। आज 3 सितंबर 2025 को, मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बादल गरजने को तैयार हैं और बारिश का तांडव कुछ जिलों में कहर बरपा सकता है। आइए जानते हैं कि आज का मौसम कैसा रहेगा। मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवात) की वजह से मध्यप्रदेश में बुधवार को भी अति भारी या भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने इंदौर-उज्जैन समेत 18 जिलों में भारी और 8 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

ग्वालियर में तिघरा डैम के 7 गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। जबलपुर में बरगी बांध का जलस्तर 422.85 मीटर पहुंच गया है। आज दोपहर 12 बजे 9 गेट खोलकर पानी छोड़ा जाएगा।

नर्मदापुरम में मंगलवार रात से बारिश जारी है। तवा डैम के 5 गेट खोले गए हैं। पिपरिया में सुबह से बारिश हो रही है। हरदा में बारिश के चलते अजनाल, मटकुल, देदली, माचक और गंजाल नदियां उफान पर हैं। कई गांवों का जिला मुख्यालय से सम्पर्क टूट गया है।

8 जिलों में 24 घंटे में साढे़ 8 इंच पानी गिरने का अनुमान बुधवार को एमपी के जिन 8 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है, उनमें देवास, सीहोर, हरदा, खंडवा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा शामिल हैं। यहां अगले 24 घंटे में साढ़े 8 इंच तक पानी गिरने का अनुमान है।

वहीं, भारी बारिश के यलो अलर्ट वाले 18 जिलों में इंदौर, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, रायसेन, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला और बालाघाट शामिल हैं। यहां ढाई से साढ़े 4 इंच तक बारिश हो सकती है।

इन जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार, आज देवास, सीहोर, हरदा, खंडवा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो सकती है, और कुछ इलाकों में 8 इंच तक पानी गिरने की संभावना है।

इन 18 जिलों में येलो अलर्ट

प्रदेश के 18 अन्य जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट है। इनमें इंदौर, उज्जैन, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, विदिशा, रायसेन, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला और बालाघाट शामिल हैं। इन इलाकों में तेज हवाओं और बिजली कड़कने के साथ मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। स्थानीय प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वालों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।

चार दिन तक बारिश का दौर

मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बना लो प्रेशर सिस्टम और साइक्लोनिक सर्कुलेशन मध्यप्रदेश में मॉनसून को और सक्रिय कर रहा है। 4 से 7 सितंबर तक प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। खासकर मालवा-निमाड़ और विंध्य क्षेत्रों में बारिश का जोर रहेगा। इस साल मॉनसून ने प्रदेश में औसत से 30% अधिक बारिश दी है, और यह सिलसिला अभी थमने वाला नहीं है।

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