मनोचिकित्सक भी नहीं सिखा सकते, PCB के पूर्व प्रमुख ने किया पाक टीम का खुला मज़ाक

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नई दिल्ली 
एशिया कप में भारत से सुपर 4 मैच से पहले पाकिस्तानी टीम की हालत बहुत खराब है। लीग स्टेज में टीम इंडिया ने जिस तरह से एकतरफा अंदाज में पाकिस्तान को पीटा, उससे लगता है पड़ोसियों देश के खिलाड़ियों के हौसले पस्त हो गए हैं। तभी तो भारत के साथ सुपर 4 मैच से पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को डॉक्टर राहील नाम के एक मॉटिवेशनल स्पीकर की सेवा लेनी पड़ी है। इस बीच पीसीबी के एक पूर्व चीफ नजम सेठी ने पाकिस्तानी टीम का मजाक उड़ाते हुए कहा है कि मनोचिकित्सक भी उन्हें नहीं सिखा सकता।

कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक पीसीबी ने मॉटिवेशन स्पीकर नहीं, बल्कि एक मनोचिकित्सक को नियुक्त किया है। कुछ उन्हें मनोवैज्ञानिक बता रहे हैं। जो भी हो, उनको इसलिए लाया गया है कि वह पाकिस्तानी खिलाड़ियों के मेंटल हेल्थ का ध्यान रख सकें। इसे लेकर पीसीबी के पूर्व चीफ नजम सेठी ने कहा है कि मनोचिकित्सक भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों को कुछ नहीं सिखा सकता क्योंकि वो जो अंग्रेजी में कहेगा उसे खिलाड़ी समझ ही नहीं पाएंगे। सेठी ने ये बातें पाकिस्तानी न्यूज चैनल समा टीवी पर कही और उसका क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल है।

सेठी ने कहा, ‘मैंने अपने कार्यकाल में इसकी कोशिश (मनोचिकित्सक की नियुक्ति) की थी लेकिन खिलाड़ी इस तरह की चीजों को स्वीकार नहीं करते हैं। इसकी वजह ये है कि हमारे यहां कल्चर नहीं है कि आप थेरेपी में जाएं।'

उन्होंने आगे कहा, 'ये समझा जाता है कि हमारी बहुत बेइज्जती हो रही है कि साइकिएट्रिस्ट के पास जाना है। यहां जब बात होती है साइकिएट्रिस्ट की तो लोग कहते हैं कि पागल हो गया है, साइकिएट्रिस्ट के पास ट्रीटमेंट चल रहा है।’

पीसीबी के पूर्व चीफ ने कहा, ‘यहां मेंटल हेल्थ का ये मतलब है कि पागल है या नहीं पागल है… लेकिन यहां सबसे रोचक बात ये है कि इनमें से ज्यादातर एक्सपर्ट विदेश से पढ़े-लिखे होते हैं। अंग्रेजी उनकी जुबान है। हमारे जो बेचारे बच्चे हैं, उनकी अंग्रेजी जुबान नहीं है। उन्हें पंजाबी या पश्तो में समझाना पड़ता है।’

नजम सेठी ने पाकिस्तानी टीम का एक तरह से मजाक उड़ाते हुए कहा, 'उनकी पृष्ठभूमि, उनका क्लास या उचित शिक्षा की कमी एक अन्य मसला है। साइकिएट्रिस्ट (मनोचिकित्सक) भी रातों रात उनको कुछ नहीं सिखा सकता।'

 

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