बिहार मॉडल से प्रेरित, BJP बंगाल में करेगी ताकतवर नेताओं पर बड़ा दांव

नई दिल्ली
बिहार विधानसभा में बड़ी सफलता दर्ज करने वाली भारतीय जनता पार्टी की नजरें अब पश्चिम बंगाल पर हैं। तृणमूल कांग्रेस के शासन वाले राज्य में मार्च या अप्रैल 2026 को चुनाव होने हैं। खबर है कि इसके लिए भाजपा ने अलग रणनीतियां बनाई हैं, जिनकी अगुवाई पार्टी के शीर्ष और सबसे ताकतवर नेता करने जा रहे हैं। हालांकि, किसी योजना को लेकर पार्टी ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शुरुआत में भाजपा अपने सबसे ताकतवर नेताओं को पश्चिम बंगाल में प्रचार अभियान में उतारने जा रही है। हालांकि, ये नेता कौन होंगे, अब तक साफ नहीं है। बिहार में बड़ी जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई संदेश में भी बंगाल का जिक्र कर दिया था। उन्होंने कहा था कि गंगा नदी बिहार होते हुए बंगाल जाती है और इसी तरह भाजपा की जीत भी बिहार से बंगाल फैलेगी।
क्या होगी रणनीति
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने बंगाल चुनाव सामूहिक नेतृत्व और पीएम मोदी के कामों के बल पर लड़ने की तैयारी की है। ऐसे में संभव है कि पार्टी किसी एक चेहरे पर दांव न लगाए। भाजपा अपना संगठन मजबूत करने की कोशिश में भी है। इधर, बूथ स्तर पर बारीकी से प्लानिंग की जा रही है। खबर है कि राज्य के करीब 70 हजार बूथों पर भाजपा ने बूथ कमेटी बना दी हैं। कुल 91 हजार बूथ हैं।
SIR की भी है तैयारी
ECI यानी भारत निर्वाचन आयोग ने राज्य में एसआईआर की तैयारियां तेज कर दी हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा के एक नेता का कहना है कि वाम दलों ने बंगाल में धांधली कर चुनाव जीते थे। उन्होंने कहा कि इसमें वोटर लिस्ट में मरे हुए लोगों के नाम शामिल थे, जिनके नाम पर उनके कार्यकर्ता वोट करते थे। ऐसा माना जा रहा है कि एसआईआर के बाद मतदाता सूची में से ऐसे नाम बड़ी संख्या में हट जाएंगे, जो दुनिया को अलविदा कह चुके हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद भाजपा अपना बूथ स्तर पर प्रचार तेज करेगी। पार्टी ने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, त्रिपुरा के पूर्व सीएम बिप्लब कुमार देव और आईटी हेड अमित मालवीय को जिम्मेदारी सौंपी है। बीते तीन सालों से भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल बंगाल में काम कर रहे हैं। खबर है कि भाजपा एकता का संदेश देने की योजना बना रही है।
महिला मतदाता करेंगी खेला?
रिपोर्ट में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के हवाले से बताया गया है कि इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा महिला सुरक्षा होगा। खबर है कि आरजी टैक्स स्कैंडल, दुर्गापुर में मेडिकल छात्रा के साथ गैंगरेप, कानून और व्यवस्था जैसे मुद्दे उठाए जाएंगे। रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा नेताओं का कहनाहै कि जनता कानून और व्यवस्था की स्थिति से परेशान हैं।
इसके अलावा भाजपा उद्योगों की कमी, माइग्रेशन जैसे मुद्दों को भी उठाएगी।
सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि भाजपा अपने शासित अन्य राज्यों में जारी महिलाओं के लिए आर्थिक योजनाओं के बारे में बंगाल में बताएगी। उन्होंने कहा कि बिहार में महिलाओं को 10 हजार रुपये देने के फैसले को खासतौर पर बताया जाएगा।



