यूरोप में युद्ध की आहट! रूसी जेट्स की घुसपैठ से रोमानिया-पोलैंड में सुरक्षा तैयारियां तेज

रोमानिया
नाटो देशों के लिए बुधवार सुबह बेहद तनावपूर्ण रही। एक रूसी हमला-ड्रोन पहले दो बार रोमानिया के एयरस्पेस में घुस आया, और थोड़ी ही देर बाद रूस ने यूक्रेन पर संयुक्त मिसाइल और ड्रोन हमले शुरू कर दिए, जिस कारण पोलैंड को भी अपने फाइटर जेट्स हवा में भेजने पड़े और दो बड़े एयरपोर्ट अस्थायी रूप से बंद करने पड़े।
रूसी अटैक ड्रोन की लुका-छुपी
रोमानिया के रक्षा अधिकारियों ने पुष्टि की कि बुधवार सुबह एक रूसी अटैक ड्रोन ने पहले तुल्चेआ काउंटी में लगभग 8 किमी अंदर तक उड़ान भरी। इसके बाद वह यूक्रेन और मोल्दोवा के रास्ते घूमकर फिर फोल्तेश्टी के पास दोबारा रोमानिया की वायु सीमा में घुसा और फिर रडार से गायब हो गया। घुसपैठ के तुरंत बाद जर्मनी और रोमानिया के फाइटर जेट्स अलर्ट पर भेजे गए। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब रूस के हमले यूक्रेन-नाटो सीमा के और करीब आते जा रहे हैं।
रूसी हवाई हमले से दहली पोलैंड सीमा
रूस के व्यापक हवाई हमले से यूक्रेन का पश्चिमी हिस्सा बुधवार सुबह दहल उठा जो पोलैंड की सीमा के बेहद करीब है। इस खतरे को देखते हुए पोलैंड ने भी अपने फाइटर जेट्स तैनात किए और एयरस्पेस को सुरक्षित करने के लिए रज़ेशोव और ल्यूब्लिन एयरपोर्ट्स को कुछ समय के लिए बंद कर दिया।पोलिश ऑपरेशनल कमांड ने बताया“तेज-प्रतिक्रिया फाइटर जेट्स और अर्ली-वॉर्निंग एयरक्राफ्ट हवा में भेजे गए हैं। जमीनी एयर-डिफेन्स और रडार सिस्टम उच्चतम सतर्कता पर हैं।” एयरपोर्ट्स बाद में फिर खोल दिए गए।
ज़ेलेंस्की पहुंचे तुर्की
रूस के हमलों में बुधवार को यूक्रेन के कई इलाकों में बिजली ठप हो गई। खारकीव में ड्रोन हमलों ने आवासीय इमारतों को नुकसान पहुंचाया, कारों में आग लगी और दर्जनों लोग घायल हो गए। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की तुर्की पहुंचे, जहां वे शांति वार्ताओं और युद्धबंदी अदला-बदली को फिर सक्रिय करने की कोशिश कर रहे हैं।
अमेरिका ने Patriot सिस्टम अपग्रेड डील को मंजूरी दी
इसी बीच अमेरिका ने 105 मिलियन डॉलर की Patriot सिस्टम अपग्रेड डील को मंजूरी दी। इस हफ्ते यूक्रेन ने फ्रांस से 100 राफाल फाइटर जेट, एंटी-एयर डिफेन्स और ड्रोन खरीदने का समझौता किया है। रोमानिया में ड्रोन घुसपैठ, पोलैंड में फाइटर जेट्स का उड़ना और यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से पर ताजा हमले—ये सब संकेत देते हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध अब सीधे नाटो सीमाओं को छूने लगा है, जिससे यूरोप में सुरक्षा चिंता और बढ़ गई है।



