उत्तर भारत से MP जुड़ेगा तेज रफ्तार रेल से, देवास-मक्सी लाइन दोहरीकरण को मिली हरी झंडी

देवास
देवास-मक्सी के बीच 36 किमी की रेलवे लाइन के दोहरीकरण के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। दोहरीकरण के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे (final location survey) के लिए टेंडर प्रक्रिया हो गई है। इस दौरान देवास से मक्सी के बीच ड्रोन व ग्राउंड लेवल पर सर्वे किया जाएगा। सर्वे के बाद डीपीआर बनाकर रेलवे मंत्रालय को भेजी जाएगी। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद रेलवे लाइन के दोहरीकरण का कार्य शुरु किया जाएगा। बताया जा रहा है कि मार्च तक कंपनी द्वारा सर्वे किया जाएगा।
भोपाल को उत्तर भारत से जोड़ेगी ये लाइन
उल्लेखनीय है कि उक्त रेलवे लाइन देवास से मक्सी होते हुए भोपाल और उत्तर भारत को जोड़ने वाले मार्ग के लिए महत्वपूर्ण है। दोहरीकरण से ट्रेनों की रफ्तार और क्षमता में वृद्धि होगी जिससे यातायात आसान होगा और माल ढुलाई में मदद मिलेगी।
110 किमी गति से दौड़ेगी ट्रेनें
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में मक्सी से देवास के बीच रेलवे ट्रैक काफी पुराना है। देवास-मक्सी के बीच काली मिट्टी होने से ट्रैक का फॉरमेशन कमजोर था। ऐसे में पूर्व में यहां 45 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से ट्रेनें निकाली जाती थी। इसके बाद करीब 14 साल पहले कुछ क्षेत्र में ट्रैक को मजबूत कर नई पटरियां डाली गई थी। उसके बाद यहां ट्रेनों की स्पीड 75 किमी प्रतिघंटा हो गई थी। दोहरीकरण के बाद रेलवे की इस ट्रैक पर 110 किमी की रफ्तार से ट्रेर्ने संचालित करने की योजना है।
अभी क्रॉसिंग के समय रुकती है ट्रेनें
उल्लेखनीय है कि देवास और मक्सी होकर करीब 17 ट्रेनें विभिन्न रुट पर आती-जाती है। ऐसे में कॉसिंग के दौरान ट्रेनों को विभिन्न स्टेशन पर रोकना पड़ता है। इससे समय भी अधिक लगता है। दोहरीकरण होने के बाद ट्रेनों को कॉसिंग के दौरान स्टॉपेज नहीं देना होगा। ऐसे में समय की बचत होगी और देवास-मक्सी के बीच आने-जाने में कम समय लगेगा।
सर्वे स्वीकृत हो गया
देवास-मक्सी रेलवे लाइन के दोहरीकरण के लिए सर्वे स्वीकृत हो गया है। सर्वे होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। दोहरीकरण होने के बाद ट्रेनों की गति भी बढ़ेगी।- अश्वनी कुमार, डीआरएम, पश्चिम रेलवे, रतलाम मंडल



