नेताओं की हर गतिविधि पर अनुशासन समिति की नजर, पार्टी लाइन से बाहर जाने पर उसे तलब कर दी जाएगी समझाइश
भोपाल
नगरीय निकाय चुनाव में महापौर और पार्षद पद के प्रत्याशियों की भारी भीड़ और परिवार वाद के चलते टिकट कटने की आशंका के चलते भाजपा को आशंका है कि कई नेता बगावती हो सकते हैं। ऐसे में पार्टी ने अभी से तय किया है कि अब आने वाले दिनों में पार्टी नेताओं के बयान और गतिविधियों पर नजर रखी जाए ताकि अगर कोई पार्टी लाइन से बाहर जाए तो उसे तलब कर समझाइश दी जा सके। भाजपा को विन्ध्य में विन्ध्य पुनर्निर्माण मंच के नाम पर पहले से चुनौती दे रहे मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी पर पार्टी नेताओं की नजर है।
इस बीच त्रिपाठी द्वारा सिंगरौली, रीवा, सतना नगर निगम और शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, सीधी नगरपालिका के चुनाव में विन्ध्य पुनर्निर्माण मंच के बैनर तले भाजपा के बागियों को महापौर और पार्षद का टिकट देने के फैसले से पार्टी का ध्यान इस ओर गया है कि यहां नेताओं के बगावती परिजनों को उकसाने का काम किया जा सकता है। इसी के चलते प्रदेश संगठन ने तय किया है कि ऐसे मामलों की निगरानी की जाए और जहां भी लगे कि अनुशासनहीनता की स्थिति बन रही है वहां ऐसा करने वालों को तलब किया जाए।
चूंकि दावेदार अधिक हैं, इसलिए यह भी तय माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में बगावत और विरोध का स्वर भी पार्टी में उभरेगा। एक पखवाड़े पहले घोषित की गई अनुशासन समिति की बैठक भी इसी के चलते प्रदेश कोर कमेटी, प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति और नगर निकाय चुनाव संचालन व समिति की बैठक के पहले कराई जा चुकी है। पार्टी के मालवा रीजन में भी कुछ नेताओं के द्वारा बगावत कर नगर निकाय चुनाव लड़ने के संकेत मिले हैं। इसलिए भी सतर्कता बरती जा रही है।
दो दिन होगी प्रदेश स्तरीय बैठक
भाजपा की नौ जून को होने वाली कोर कमेटी की बैठक केंद्रीय मंत्रियों की व्यस्तता के चलते टल गई थी। अब यह बैठक 11 व 12 जून को प्रदेश कार्यालय में होगी। दो दिन तक चलने वाली बैठकों में कोर कमेटी के साथ प्रदेश चुनाव समिति, प्रदेश नगर निकाय चुनाव संचालन समिति, प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी। इसमें समितियों में शामिल सभी नेता मौजूद रहेंगे और नगर निकाय चुनाव के लिए उम्र के क्राइटेरिया और जिताऊ कैंडिडेट के टिकट पर मंथन करेंगे।