विकासखंड स्तर पर मतगणना की तैयारी, आधा दर्जन कलेक्टरों ने दिया प्रस्ताव

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भोपाल
मध्यप्रदेश के भिंड-मुरैना, शिवपुरी-सीधी सहित आधा दर्जन जिलों में पंचायत चुनाव में पंच-सरपंच की के मतों की गणना मतदान केन्द्रों के बजाय विकासखंड स्तर पर कराई जाएगी।

कलेक्टरों के प्रस्ताव पर राज्य निर्वाचन आयोग इसका परीक्षण करा रहा है। इसके बाद यहां इस तरह से मतगणना की अनुमति दी जाएगी। दरअसल प्रदेश के आधा दर्जन जिलों में ग्रामीण अंचलों में कई जगह संवेदनशील मतदान केन्द्र हंै। वहां मतदान के बाद मतगणना कराने से कानून-व्यवस्था की दिक्कत आने की संभावना है। इसको देखते हुए कलेक्टरों ने राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर विकासखंड स्तर पर मतगणना कराने का प्रस्ताव दिया है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के सभी पदों की मतगणना मतदान समाप्ति के बाद मतदान केन्द्र पर कराने का निर्णय लिया गया था।

पंच, सरपंच, जनपद पंचायत सदस्य पद की मतगणना और सारणीकरण एवं निर्वाचन परिणाम की घोषणा विकासखंड मुख्यालय पर की जाना है। जिला पंचायत सदस्य के लिए मतों का विकासखंड स्तरीय सारणीकरण के उपरांत जिला मुख्यालय पर सारणीकरण करते हुए निर्वाचन परिणामों की घोषणा होना है। मतदान केन्द्रों पर मतगणना पहले चरण में 25 जून, दूसरे चरण में एक जुलाई और तीसरे चरण में 8 जुलाई को होना है। विकासखंड मुख्यालय पर मतों की गणना 28 जून, 4 जुलाई और 11 जुलाई को होना है।

आधा दर्जन जिलों के कलेक्टरों ने मतगणना के दौरान कानून व्यवस्था की समस्या बताते हुए विकासखंड स्तर पर मतगणना कराने का प्रस्ताव दिया है। इसमें कलेक्टरों ने मतदान केन्द्र, विकासखंड से दूरी, मतपेटियों को रखने की जानकारी दी है। राज्य निर्वाचन आयोग कलेक्टरों के प्रस्तावों का परीक्षण करा रहा है। इसके बाद इन जिलों में पंच-सरपंच पदों की मतगणना जनपद सदस्यों के मतों की गणना के साथ की जाएगी। पंचायतों से मतपेटियां विकासखंड के स्ट्रांग रुम में रखी जाएंगी।

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