आज मिलेंगे चिह्न, कल से नगर निगम का असली घमासान

भोपाल
राजधानी में सात साल बाद नगर निगम का असली घमासान और चुनावी रण गुरुवार से सजेगा। आज दोपहर तीन बजे तक नाम वापसी होने का समय है। कलेक्ट्रेट परिसर में महापौर और सभी छह तहसीलों के रिटार्निंग अधिकारी नाम वापसी की प्रक्रिया पूर्ण कर रहे हैं। इसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी सभी महापौर प्रत्याशी और 85 वार्डों के उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह आवंटित कर देंगे। इसके बाद सही चुनावी राजनीति वार्डों में दिखेगी। वहीं, कांग्रेस का मान-मनौव्वल का दौर अब भी जारी है। उधर, भाजपा संगठन ने बागियों को लेकर साफ चेतावनी दी है कि यदि पार्टी रीति-नीति से नहीं चले और पार्टी प्रत्याशी का साथ नहीं चले तो उन पर सख्त एक्शन होगा।
भोपाल नगरीय निकाय चुनाव में पहली बार किस्मत आजमा रही आम आदमी पार्टी को भोपाल में झटका लगा है। यहां से महापौर पद की प्रत्याशी रानी विश्वकर्मा ने अपना नामांकन फार्म वापस ले लिया। रानी पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी थी। इनके नाम वापस लेने के बाद अब रईसा मलिक को पार्टी अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर सकती है। मलिक ने भी महापौर प्रत्याशी का नामांकन जमा किया हुआ है। इधर, कोलार, एमपी नगर, बैरागढ़, टीटी नगर और शहर सर्कल से 25 दावेदारों ने नामांकन वापस ले चुके हैं।
मंगलवार को सबसे अधिक पर्चे एमपी नगर सर्कल से वापस लिए गए। यहां से वार्ड 54 से प्रदीप पाठक, विकास तिवारी, वार्ड 55 से मोनिका परमार, वार्ड 60 से अमर चंद चावला, वार्ड 62 से विपिन चौकसे, वार्ड 64 से भावना सिंह, वार्ड 65 से निर्मला दुबे और 67 से तस्लीमा बानो ने नामांकन वापस लिया है। इधर, कोलार तहसील से वार्ड 83 से श्याम सिंह मीना, वार्ड 84 से तार ताराचंद मारण और ममता पवार ने नामांकन वापस लिया है। इसके अलावा, शहर सर्कल से 7, टीटी नगर सर्कल से 5 और बैरागढ़ सर्कल से 2 लोगों ने नामांकन फार्म वापस लिए गए हैं। आज नाम वापसी का अंतिम दिन हैं। भाजपा-कांग्रेस से निर्दलीय के रूप में खड़े अधिकांश प्रत्याशी नामांकन फार्म वापस ले सकते हैं। तीन बजे के बाद शेष रहे दावेदारों को चुनाव चिन्ह का आवंटन होगा।
विरोध जताने वालों को मिली नाकामी, घर बैठने वालों को मिले टिकट
कांग्रेस ने इस बार नगर निगम चुनाव के कई पुराने और दिग्गज नेताओं के टिकट काट दिए थे। इसके बाद पूर्व पार्षद शफीक, अंसारी सहित आधा दर्जन लोगों ने जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय जाकर प्रदर्शन कर इस्तीफे दिए थे। लेकिन मंगलवार शाम को जब कांग्रेस की परिवर्तित सूची सामने आई तो उसमें प्रदर्शन करने वालों को नाकामी मिली, उन्हें टिकट नहीं दिया गया। वहीं मोहम्मद सगीर, केपी द्विवेदी, सुखलाल ठाकुर, विपिन चौकसे को टिकट दे दिए गए। क्योंकि इन्हें पूर्व में टिकट नहीं मिले थे फिर भी ये शांत रहे।
बी फार्म बंटने के बाद स्थिति होगी साफ
कांग्रेस और भाजपा ने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा तो कर दी है, लेकिन मंगलवार देर शाम तक प्रशासन के पास बी फार्म नहीं पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि बुधवार की दोनों ही पार्टी अधिकृत प्रत्याशियों के फार्म सौंपने के बाद नाम वापस लेने की सही स्थिति साफ हो सकेगी। इधर, रूठों को मनाने का दौर भी चल रहा है। जिससे अधिक से अधिक लोग पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में नाम वापस ले रहे हैं।