आर्थिक मोर्चे पर हारा पाकिस्तान, चीन का बनाया CPEC ही आखिरी सहारा; बोले शहबाज शरीफ

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नई दिल्ली
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान का आर्थिक भविष्य चीन-पाकिस्तान इकॉनमिक कॉरिडोर की सफलता से जुड़ा है और इसमें ग्वादर पोर्ट सबसे मुख्य घटक के रूप में है। उन्होंने बताया कि इस पूरे लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पाकिस्तानी नौसेना की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रहने वाली है।

'नौसेना की जरूरत पहले से भी अधिक महत्वपूर्ण'
शरीफ ने आगे कहा कि बढ़ते ब्लू इकॉनमी, समुद्री सुरक्षा और सामरिक हितों के कारण एक मजबूत और जीवंत नौसेना की जरूरत पहले से भी अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। जियोपॉलिटिकल बदलावों के कारण समुद्री क्षेत्र लगातार विकसित हो रहा है और मुझे यकीन है कि पाकिस्तान की नौसेना अपने संसाधनों से अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को प्रभावी ढंग से निभा रही है।

चीन के साथ जॉइंट वेंचर बढ़ाने के लिए नौसेना की सराहना
उन्होंने बताया कि हम पाकिस्तान की समुद्री सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए पाकिस्तान की नौसेना को मजबूत बनाने के लिए हर संभव संसाधन उपलब्ध करवाने की कोशिश कर रहे हैं। पाकिस्तान सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि पाकिस्तान की नौसेना हमारे समुद्री हितों की रक्षा के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी और उपकरणों से लैस रहे। उन्होंने स्वदेशी क्षमता को विकसित करने पर जोर देते हुए कहा कि चीन के साथ जॉइंट वेंचर बढ़ाने के लिए नौसेना की सराहना की।

'शांति कमजोरी की निशानी नहीं'
शहबाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व में यकीन करता है और पड़ोसी देशों से मित्रतापूर्ण संबंध चाहता है क्योंकि हम किसी भी देश के खिलाफ नहीं है। लेकिन शांति की हमारी इच्छा को हमारी कमजोरी के तौर पर नहीं समझना चाहिए। पाकिस्तान किसी भी खतरे से देश की रक्षा करने में सक्षम है।

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