किसी वार्ड में सास-बहू तो कहीं दो दोस्त ही आमने-सामने लड़ रहे पार्षद का चुनाव

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हरदा
स्थानीय नगर पालिका में पार्षद पद के चुनाव में कुछ रोचक मुकाबले भी हो रहे हैं। शहर के 35 वार्डो में से कुछ वार्डो में रिश्तेदार एवं दोस्त ही पार्षद चुनाव मैदान में उतरे हुए हैं। एक महिला वर्ग के लिए आरक्षित वार्ड में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के सामने एक सामान्य गृहणी चुनाव लड़ रही हैं। इन वार्डो पर शहर की जनता की भी विशेष नजर लगी हुई हैं कि इनमें से जीत किसी प्रत्याशी की होगी। दरअसल जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद अब नगरीय निकाय चुनावों का पारा चढ़ने लगा हैं । भाजपा और कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए चुनाव को जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी हैं । वहीं दूसरी ओर पार्टी से टिकट ना मिलने वाले बागी दोनों ही प्रमुख दलों के हार जीत के समीकरण को बिगाड़सकते है।

नगर पालिका परिषद के चुनाव में शहर के 35 वार्डो में से तीन में रोचक मुकाबले होने जा रहे हैं। इसमें वार्ड-14 से सास से मुकाबला करने उनकी बहू ने ताल ठोंक दी हैं । वहीं वार्ड-24 में कॉलेज में साथ पड़ने वाले दो दोस्तों के बीच हैं। इसी तरह से वार्ड-16 में भाजपा जिलाध्यक्ष अमरसिंह पटेल की पत्नी और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के सामने एक सामान्य गृहिणी मैदान में हैं ।

एक ही परिवार के दो सदस्य आमने-सामने लड़ रहे चुनाव
शहर के वार्ड-14 में पार्षद के चुनाव में एक ही परिवार के दो सदस्य मैदान में हैं। कांग्रेस ने यहां पूर्व पार्षद जेबुन निशा पति मुन्ना पटेल को अपना प्रत्याशी बनाया हैं। कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले इस वार्ड में भाजपा ने कांग्रेस प्रत्याशी जेबुन निशा के सामने उनके भतीजे की पत्नी अफसाना बी को खड़ा किया हैं। अब देखना हैं कि वार्ड के लोग सास जेबुन निशा या फिर बहू अफसाना पर भरोसा जताते हैं।

भाजपा प्रत्याशी अफसाना का कहना है कि वार्ड के विकास के लिए उनका जीतना जरूरी है। पिछले 10 सालों में कांग्रेस के पार्षदों ने वार्ड में कोई विकास कार्य नहीं कराएं। भले ही सामने सास खड़ी है वो डटकर उनका मुकाबला करेंगी। इधर, कांग्रेस से पार्षद प्रत्याशी जेबुन निशा पटेल ने कहा कि मैं कभी नहीं बदली। हमेशा एक जैसी रहती हूं। वो भले ही मेरे खिलाफ जा सकती हैं पर मैं कभी नहीं जाऊंगी। मैं सास हूं अपनी बहू के लिए मन में कोई बात नहीं हैं। लेकिन चुनाव होने से अभी थोड़ा सा मनमुटाव हो गया हैं । चुनाव के जो भी परिणाम हो मैं अपनी बहू के जैसी अभी हूं आगे भी वैसी ही रहूंगी।

वार्ड-24 में कॉलेज में साथ पढ़े दो दोस्तों के बीच हैं मुकाबला
शहर के वार्ड-24 में कॉलेज में साथ पड़ने और एनसीसी में साथ रहने वाले दो दोस्तों के बीच रोचक मुकाबला हैं। यहां पूर्व में भाजपा का कब्जा रहा हैं। वहीं पिछले चुनाव में वर्तमान कांग्रेस प्रत्याशी प्रवीण जायसवाल हार गए थे। लेकिन इस चुनाव में उनका मुकाबला पिछली परिषद में वार्ड-23 से भाजपा पार्षद रहे अधिवक्ता ओम प्रकाश मोरछले के बीच होने जा रहा हैं। अब देखना है कि इन दोनों दोस्तों में जनता किसको चुनकर नपा में पहुंचाती हैं। दोनों दोस्तों का कहना है कि चुनाव में कोई भी जीते या हारे हमारी दोस्ती हो पहले जैसी रहेंगी। लेकिन हम दोनों अपनी-अपनी जीत के लिए पूरी ताकत लगाकर मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने का प्रयास कर रहे हैं।

पूर्व जिपं अध्यक्ष के सामने कांग्रेस ने सामान्य गृहणी को उतारा
शहर के वार्ड-16 में पार्षद पद के चुनाव पर पूरे शहर की निगाहें टिकी हुई हैं। यहां भाजपा जिलाध्यक्ष अमरसिंह पटेल की  पत्नी एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष आशा पटेल पार्षद प्रत्याशी हैं। उनके सामने कांग्रेस से युवा अधिवक्ता अजय गोरखे की धर्मपत्नी एक सामान्य गृहिणी राजश्री गोरखे मैदान में उतारा हैं। जो पहली बार चुनावी दंगल में अपना भाग्य आजमा रही हैं। यहां पर पूर्व में भाजपा से पार्षद रहे मोहनसिंह ठाकुर की निष्क्रियता भाजपा की जीत में आड़े आ सकती हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी राजश्री अजय गोरखे की अपनी जीत सुनिश्चित करने कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। इस वार्ड में आप पार्टी ने भी अपना प्रत्याशी वैशाली शर्मा को खड़ा किया है। जिसके चलते यहां  त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा हैं।

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