भवन निर्माण की नवीन तकनीक के प्रोत्साहन तथा भवनों की ऊर्जा दक्षता बढ़ाने हुई कार्यशाला

भोपाल
केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय और संचालनालय नगरीय विकास एवं आवास द्वारा जर्मन-इंडो के उपक्रम जी.आई.जेड. के सहयोग से भवन निर्माण की नवीन तकनीक के प्रोत्साहन तथा भवनों की ऊर्जा दक्षता बढ़ाने के संबंध में भोपाल में कार्यशाला आयोजित की गई। इसका शुभारंभ सत्येंद्र सिंह, मिशन संचालक प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) द्वारा दीप जला कर किया। सिंह ने उपस्थित समस्त प्रतिभागियों को निर्माण की नवीन तकनीकों को अपनाने और उसे जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया। अधीक्षण यंत्री, नगरीय प्रशासन एवं विकास जी. एस. सलूजा ने नवीन तकनीकों तथा भोपाल में क्रियान्वित हो रहे डिमॉन्सट्रेशन हाउसिंग प्रोजेक्ट (डी.एच.पी.) पर प्रस्तुतिकरण दिया।
कार्यशाला में इंदौर के लाइट हाउस प्रोजेक्ट (LHP) के निर्माण की नवीन तकनीक प्री फेब्रिकेटेड सेंडविच पैनल संबंधी जानकारी दी गई। उल्लेखनीय है कि देश के 6 शहरों में लाइट हाउस प्रोजेक्ट अलग-अलग तकनीकों से क्रियान्वित किए जा रहे हैं, जिसमें इंदौर भी शामिल है। लाइट हाउस प्रोजेक्ट की समस्त तकनीक तीव्र गति से निर्माण करने तथा भवनों में थर्मल कंफर्ट की संकल्पना के आधार पर क्रियान्वित की जा रही है।
केन्द्र सरकार ने लाइट हाउस प्रोजेक्ट में क्रियान्वित की जा रही नवीन तकनीकों को बढ़ावा देने के लिये जीआईजेड संस्था को नियुक्त किया है। कार्यशाला में विषय-विशेषज्ञ गगनदीप सिंह, यतिन चौधरी एवं जितेंद्र व्यास ने भी संबोधित किया और नवीन तकनीकों को प्रदेश में लागू करने का सुझाव दिया।