बूस्टर डोज महाअभियान : निशुल्क होने के बावजूद लोग नहीं दिखा रहे रूचि

भोपाल
शहर में कोरोना की आपदा फिर से ना आए इसलिए बूस्टर डोज का महाभियान शुरू किया गया है। आज कई स्थानों पर टीकाकरण किया जा रहा है। इसके बाद भी शहरवासी इसमें रूचि नहीं दिखा रहे हैं। गौरतलब है कि आज शहर में कोरोना के 45 नये मरीज मिले हैं। हालांकि जो मरीज मिल रहे हैं वह रिकवर भी जल्द हो रहे हैं। लेकिन फिर भी बूस्टर डोज लगाना जरूरी है।
राजधानी में आज से बूस्टर डोज महाअभियान की शुरुआत हो गई है। सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग टीका लगवाने पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग के साथ नगर निगम, जिला प्रशासन, पुलिस और अन्य विभाग भी शामिल हुए हैं। सामाजिक भवन वार्ड कार्यलयों और अस्पतालों वैक्सीनेशन के लिए 348 केन्द्र बनाए गए हैं, जहां टीकाकरण अभियान चल रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए 75 दिन तक निशुल्क बूस्टर डोज लगाए जा रहे हैं इसके बावजूद लोग टीका नहीं लगवा रहे। हालात यह है कि 16 दिन में महज 31 हजार 451 लोगों ने निशुल्क बूस्टर डोज लगवाया है।
भोपाल में 45 नए मरीज मिले प्रदेशभर में संख्या पहुंची 174
कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। आज भोपाल में कोरोना के 438 लोगों की जांच की गई, जिसमें 45 नए मरीज मिले हैं। इस समय होम आईसोलेशन में 305 मरीज हैं, अस्पताल में 10 मरीज भर्ती हैं। एक्टिव केस की संख्या 315 तक पहुंच गई है। इसके साथ ही प्रदेशभर में संक्रमित मरीजों संख्या बढ़कर 174 पहुंच गई है। इंदौर में सबसे ज्यादा 68 और जबलपुर में 31 वहीं सीहोर में 11 मरीज कोरोना पॉजीटिव मिले हैं।
5 दिन और चलेगा अभियान
जानकारी के मुताबिक आज से बाद अगले दो महीनों में 5 बार महाअभियान का आयोजन किया जाएगा। 27 जुलाई के बाद 3, 11 और 31 अगस्त के बाद 14 और 28 सितंबर को भी महाअभियान का आयोजन होगा। इस दौरान कुल डेढ़ लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य है।
12 से 14 का टारगेट भी अधूरा
इधर, करीब चार महीने पहले 12 से 14 साल के बच्चों के लिए भी टीकाकरण की शुरुआत की गई थी। इसके लिए शहर में 82 हजार बच्चों को चिन्हित किया गया था। लेकिन अब इसमें सिर्फ 60 हजार बच्चों को ही टीका लगाया जा सका है।