इंदौर प्रशासन ने किया कड़ा कदम, मुस्लिम बहुल इलाके में साइनबोर्ड बदलने पर 2 कर्मचारी सस्पेंड

इंदौर
इंदौर नगर निगम ने मुस्लिम बहुल इलाके में साइनबोर्ड बदलने के आरोप में बड़ी कार्रवाई की है। दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है और एक को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। पूर्व भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा इस संबंध में पत्र लिखकर आरोप लगाने के बाद कि यह कार्रवाई की गई है।
इंदौर नगर निगम ने शहर के एक मुस्लिम बहुल इलाके में सड़कों के बदले हुए नाम वाले साइनबोर्ड लगाने के आरोप में अपने दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया और एक अन्य की सेवाएं खत्म कर दी। एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि महापौर पुष्यमित्र भार्गव के निर्देश पर नगर आयुक्त शिवम वर्मा ने मामले की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद इन कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की।
पूर्व भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने इंदौर नगर निगम को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि इलाके की सड़कों का नाम एक धर्म विशेष के आधार पर बदला गया है। साथ ही बदले हुए नाम साइनबोर्ड पर प्रदर्शित किए गए हैं। इसके बाद नगर निगम ने 21 अगस्त को चंदन नगर इलाके में लगभग 5 साइनबोर्ड हटा दिए थे।
निगम अधिकारी ने बताया कि कार्रवाई के तहत ट्रैफिक विभाग के प्रभारी अधिशासी अभियंता और एक उप-अभियंता को निलंबित कर दिया गया, जबकि एक अन्य प्रभारी उप-अभियंता की सेवाएं खत्म कर दी गईं। उन्होंने बताया कि विभाग के प्रभारी अतिरिक्त आयुक्त को भी बदल दिया गया है। मध्य प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र आकाश विजयवर्गीय ने चेतावनी दी थी कि अगर साइनबोर्ड नहीं हटाए गए तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू करेंगे।
इनमें से कुछ साइनबोर्डों पर एक ही सड़क के दो नाम लिखे थे। जैसे- सकीना मंजिल रोड के साथ चंदन नगर सेक्टर-बी वार्ड नंबर 2 और रजा गेट के साथ लोहा गेट रोड। कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि इन सड़कों को आमतौर पर दो नामों से जाना जाता है। ऐसे साइनबोर्डों को हटाने से पता ढूंढने में दिक्कत हो रही है।