पंजाब पर खतरे की चेतावनी: पाकिस्तान की हरकतों को लेकर एजेंसियां चौकस

अमृतसर
दीपावली जैसे बड़े त्यौहार की खुशियों में खलल डालने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजैंसिया प्रयास कर सकती हैं, जिसमें हाल ही में देहाती पुलिस की तरफ से विस्फोटक सामग्री जब्त किए जाने के बाद एक प्रयास विफल भी किया जा चुका है। इसके चलते बी.एस.एफ. और पंजाब पुलिस सहित सभी सुरक्षा एजैंसियां अलर्ट मोड पर हैं। देश की फर्स्ट लाइन ऑफ़ डिफैंस बी.एस.एफ. की तरफ से जहां संवेदनशील पोस्टों पर पैनी नजर रखी जा रही है और चौक्सी बढ़ाई गई है तो वहीं पुलिस की तरफ से शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती को और ज्यादा मजबूत किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना सामने न आ सके। जानकारी के अनुसार आप्रेशन सिंदूर में बुरी तरह से शिकस्त खाने के बाद पूरे विश्व में पाकिस्तान की बेइज्जती हुई है, जिससे पाकिस्तान इस समय बौखलाया हुआ है और अपनी बौखलाहट को ठंडा करने के लिए कोई न कोई निंदनीय कदम जरूर उठाएगा।
ड्रोन के जरिए भेजे जा रहे विस्फोटक और खतरनाक हथियार
अपने मंसूबों को अमलीजामा पहनाने के लिए पाकिस्तान की तरफ से भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर लगातार ड्रोन की मूवमेंट करवाई जा रही है। छोटे से लेकर बड़े ड्रोन, जो 15 से 20 किलो वजन उठाने में सक्षम है, वह भी लगातार मूवमैंट कर रहे हैं और ग्रेनेड आर.डी.एक्स. व अन्य सामान सहित एक-47 राइफलें अत्यधिक पिस्टलों को लगातार भेजा जा रहा है, ताकि पंजाब सहित पूरे देश की शांति व्यवस्था को भंग किया जा सके। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बी.एस.एफ. की तरफ से अभी तक 205 ड्रोन पकड़े जा चुके हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में काफी ज्यादा है। आर.डी.एक्स. आई.डी. और विस्फोट करने वाला सामान भी लगातार ड्रोन से भी फैंका जा रहा है।
आतंकवादियों और गैंगस्टरों का गठबंधन खतरनाक
पिछले कुछ वर्षों से देखने में आया है कि पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों और पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों और गैंगस्टरों के बीच एक बड़ा गठजोड़ हुआ है, जिससे हालात और ज्यादा खतरनाक हो चुके हैं। जम्मू-कश्मीर के रास्ते आतंकवादियों के जरिए भी कई बार बड़ी-बड़ी हैरोइन की खेपे भेजी जा चुकी है। इतना ही नहीं गैंगस्टर और उनके गुर्गे के पाकिस्तानी एजैंसियों को भी खुफिया जानकारियां प्रदान कर रहे हैं, जिससे सुरक्षा एजैंसियां भी चिंता में है और इस गठबंधन को तोड़ने के लिए लगातार सख्त प्रयास किया जा रहे हैं। पुलिस की तरफ से गैंगस्टरों के लगातार एनकाउंटर किए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद गैंगस्टरों के पास अत्याधुनिक हथियार पहुंच रहे हैं।
जेलों के अंदर से चल रहा नेटवर्क नहीं टूट रहा
बड़े-बड़े हैरोइन तस्कर और गैंगस्टर जेलों के अंदर बैठकर ही अपना नेटवर्क चला रहे हैं और जो हैरोइन या किसी अन्य केस में जेल के अंदर जाते हैं, वह जेल के अंदर जाकर इन गैंगस्टरों से मिलकर खुद को और ज्यादा मजबूत बनाकर बाहर निकलते हैं और बड़ी-बड़ी वारदातों को अंजाम देते हैं। सुरक्षा एजैंसियों की तरफ से दावा किया जाता रहा है, जेल के अंदर जैमर लगाए जा चुके हैं, लेकिन जिस प्रकार से गैंगस्टरों की वीडियो कॉल करने व अन्य घटनाएं सामने आ रही है, उसको देखकर यह साबित होता है कि सुरक्षा में बड़ी चूक हो रही है, जिसको सही करने की जरूरत है। सिर्फ अमृतसर जिले की ही बात करें तो आए दिन जेल के अंदर से मोबाइल फोन व अन्य आपत्तिजनक सामान मिलने के लगातार मामले सामने आ रहे हैं।
सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां, लेकिन फिर भी नहीं टूट रहा नैटवर्क
यह भी एक सत्य है कि आम आदमी पार्टी की सरकार के कार्यकाल के दौरान पुलिस और अन्य सुरक्षा एजैंसियों की तरफ से नशे की बिक्री करने वालों व इनको छत्रछाया प्रदान करने वालों की सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां की गई है। इतना ही नहीं बड़े-बड़े पुलिस अधिकारियों को भी जो गलत कार्यों में संलिप्त है, उनको जेलों के अंदर भेजा जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद न तो बॉर्डर पर ड्रोन की मूवमेंट रुक रही है और न ही हैरोइन व हथियारों की सप्लाई रुकने का नाम ले रही है जो एक बहुत बड़ा रहस्य बना हुआ है।