RJD के आगे कांग्रेस ने टेके घुटने, तेजस्वी को CM फेस बनाने के पीछे क्या है बड़ी रणनीति?

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पटना 
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव को आखिरकार सीएम फेस घोषित कर दिया है। कांग्रेस ने बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने पर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के मुखिया मुकेश सहनी को भी डिप्टी सीएम बनाने का वादा किया है। कांग्रेस के वरीय नेता अशोक गहलोत ने गुरुवार को पटना में इंडिया अलायंस की पटना में हुई साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह ऐलान किया।

बीते कुछ महीनों से कांग्रेस पार्टी तेजस्वी को मुख्यमंत्री का चेहरा मानने से परहेज कर रही थी। राहुल गांधी से लेकर कांग्रेस के शीर्ष नेता तेजस्वी के सीएम फेस के सवाल को मीडिया के सामने टालते रहे। इस बीच महागठबंधन में सीट बंटवारे पर राजद, कांग्रेस और अन्य घटक दलों के बीच सहमति और असहमति का भी लंबा दौर चला। अंदरखाने से खबरें आईं कि कांग्रेस चुनाव रिजल्ट के बाद ही मुख्यमंत्री का चुनाव चाहती है।

पटना में गुरुवार को महागठबंधन की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरीय नेता अशोक गहलोत ने पार्टी की ओर से बात रखी। गहलोत ने नेता प्रतिपक्ष को बिहार चुनाव में महागठबंधन का सीएम फेस घोषित करते हुए कहा, “तेजस्वी ने पिछली बार भी कमाल किया था। मगर मामूली वोटों के अंतर से उनकी सरकार बनते हुए रह गई थी।” उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और एनडीए पर साम, दाम, दंड, भेद के बल पर तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनने से रोकने का भी आरोप लगाया। अशोक गहलोत ने कहा कि मीडिया की ओर से बार-बार सीएम फेस के बारे में सवाल किया जा रहा था, इसलिए आज घोषणा करनी पड़ी।

कांग्रेस ने राजद के सामने डाले हथियार?
दरअसल, कांग्रेस अब तक तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम फेस मानने से बचती रही। वोटर अधिकार यात्रा के दौरान पूर्णिया में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी से जब तेजस्वी पर सवाल किया था, तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया था। इससे पहले कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु समेत अन्य शीर्ष नेताओं ने भी बार-बार तेजस्वी को सीएम फेस घोषित करने के सवाल को टाला था।

बिहार चुनाव के लिए पहले और दूसरे चरण के नामांकन के दौरान महागठबंधन की कलह खुलकर सामने आ गई थी। कुछ सीटों पर घटक दलों ने एक-दूसरे के सामने ही उम्मीदवार उतारकर दोस्ताना संघर्ष बना दिया। सुल्तानगंज, कहलगंव, वैशाली समेत कुछ सीटों पर कांग्रेस और राजद दोनों के उम्मीदवारों के नामांकन कर दिया। कांग्रेस ने बछवाड़ा और अन्य जगह पर लेफ्ट पार्टी सीपीआई के खिलाफ भी अपना प्रत्याशी उतारा।

इस वजह से महागठबंधन में गांठ उलझती नजर आई। खासकर राजद और कांग्रेस के बीच सीटों पर तनातनी बढ़ने के बाद अशोक गहलोत को सुलह के लिए पटना भेजा गया। गहलोत ने पटना आने के बाद बुधवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद याजव और तेजस्वी से मुलाकात की। हालांकि, इस मुलाकात के तुरंत बाद उन्होंने कुछ खास नहीं बोला और कहा कि गुरुवार को महागठबंधन की साझा प्रेस वार्ता में स्पष्ट कर दिया जाएगा।

बताया जा रहा है कि महगठबंधन में उलझी हुई गांठ को अब सुलझा दिया गया है। कांग्रेस ने तेजस्वी को सीएम फेस घोषित करने के साथ ही सहनी को डिप्टी सीएम बनाने का वादा करके सारी कंफ्यूजन दूर कर दी है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अब तक मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर टालमटोल करने वाली कांग्रेस ने आखिरकार लालू-तेजस्वी के सामने अपने हथियार डाल दिए। चुनाव में इसका क्या असर होगा यह 14 नवंबर को रिजल्ट आने के बाद साफ हो जाएगा।

 

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