बढ़ते संक्रमण के बीच पंजाब की अहम चेतावनी, vulnerable समूह के लिए जरूरी गाइडलाइन जारी

पटियाला
माननीय स्वास्थ्य मंत्री पंजाब डॉ. बलबीर सिंह जी के दिशा-निर्देशों के अनुसार, वायु प्रदूषण की गंभीरता के मद्देनजर, सिविल सर्जन डॉ. संजय कामरा ने लोगों से चौकस रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील करते हुए कहा कि एक स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए पर्यावरण का साफ और स्वच्छ होना बहुत जरूरी है।
सिविल सर्जन डॉ. संजय कामरा ने बताया कि वायु प्रदूषण का छोटे बच्चों, गर्भवतियों, 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुज़ुर्गों, और शुगर, सांस, दमा, दिल की बीमारियों आदि से पीड़ित मरीजों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। वायु प्रदूषण से खांसी, सांस फूलना, नजला, जुकाम, आंखों में लाली, खुजली और घबराहट जैसी समस्याएं पैदा हो जाती हैं, इसलिए छोटे बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और लंबे समय से बीमारी से पीड़ित मरीजों को बाहरी गतिविधियों से बचना चाहिए। अगर कोई समस्या आती है तो तुरंत डॉक्टरी सलाह के अनुसार इलाज कराना चाहिए।
सिविल सर्जन ने बताया कि वायु प्रदूषण के दौरान खासकर सुबह-शाम बाहरी गतिविधियों से परहेज करना चाहिए, बाहर जाते समय मास्क का उपयोग करना चाहिए और पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने चाहिए। संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए मशीनरी की जगह हाथ से काम करने को प्राथमिकता देनी चाहिए। जितना ज्यादा हो सके पैट्रोल-डीजल से चलने वाले दोपहिया और चार पहिया वाहनों का कम से कम उपयोग किया जाए। अधिक से अधिक साइकिलों का उपयोग किया जाए। पराली को आग नहीं लगानी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए।



