हवाई में Kiko तूफान का कहर, हालात से निपटने के लिए अमेरिका ने घोषित की आपात स्थिति

वाशिंगटन
अमेरिका का हवाई राज्य एक शक्तिशाली तूफान का सामना कर सकता है। श्रेणी 4 के तूफान 'किको' (Kiko) के द्वीप समूह के करीब आने के कारण प्रशासन ने आपातकाल की घोषणा कर दी है। 'द हिल' की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय मौसम सेवा (NWS) ने बताया कि सुबह यह तूफान होनोलूलू से लगभग 1,205 मील पूर्व-दक्षिण-पूर्व में था। इसकी हवाओं की रफ्तार 130 मील प्रति घंटे थी और यह 25 मील प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा था।
मौसम विभाग का अनुमान है कि यह तूफान तक बिग आइलैंड और माउई तक पहुंच सकता है। इसके सोमवार देर रात और सप्ताह के मध्य तक पूर्वी हवाई द्वीप समूह पर अपने चरम पर पहुंचने की संभावना है।
कार्यवाहक गवर्नर सिल्विया ल्यूक ने आपातकाल की स्थिति घोषित करते हुए निवासियों और पर्यटकों से लगातार अपडेट्स पर नजर रखने और आधिकारिक दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अधिकारी किसी भी क्षति से निपटने के लिए संसाधनों को जुटाने, मलबा हटाने और बुनियादी ढांचे को सुरक्षित करने के लिए तैयार हैं।
कमजोर होकर तट से टकराने की उम्मीद
हालांकि, वर्तमान में यह तूफान बहुत शक्तिशाली है, लेकिन हवाई के आस-पास का ठंडा पानी इसके तट के करीब आते-आते इसे कमजोर कर सकता है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि बिग आइलैंड पर लैंडफॉल (तट से टकराने) से पहले यह श्रेणी 2 और 1 में बदल जाएगा और संभवतः एक उष्णकटिबंधीय तूफान में परिवर्तित हो जाएगा।
तीन दशकों बाद बड़ा खतरा
हवाई इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी (EMA) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा कि यदि यह तूफान अपनी ताकत बरकरार रखता है, तो हवाई को तीन दशकों में पहली बार किसी बड़े तूफान का सामना करना पड़ सकता है। इससे पहले सितंबर 1992 में आए तूफान 'इनिकी' ने राज्य में काफी तबाही मचाई थी, जो हवाई के इतिहास का सबसे शक्तिशाली और विनाशकारी तूफान था। उस समय इसकी हवाओं की गति 145 मील प्रति घंटे थी।