राजनीति में तूफ़ान: स्टिंग ऑपरेशन ने खोली दरार, भाजपा–शिंदे सेना आमने-सामने, भाई-भाई में भी विवाद

मुंबई
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति के दो घटक दलों यानी भाजपा और उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बीच कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। अब नए विवाद में भाजपा कोटे से राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने शिवसेना विधायक नीलेश राणे द्वारा भाजपा के एक कार्यकर्ता के घर स्टिंग ऑपरेशन करने पर आपत्ति जताई है और पार्टी कार्यकर्ता के घर में घुसने पर सवाल उठाया है। हालांकि, बावनकुले ने बृहस्पतिवार को कहा कि सिंधुदुर्ग में भाजपा के एक कार्यकर्ता के घर से कथित तौर पर मतदाताओं को बांटने के लिए रखी गई नकदी की जब्ती में यदि कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो वह सख्त कानूनी कार्रवाई का समर्थन करते हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने शिवसेना विधायक नीलेश राणे द्वारा कार्यकर्ता के घर में शयनकक्ष समेत अन्य हिस्से में घुसने तथा उनके ‘स्टिंग ऑपरेशन’ करने के तरीके पर भी सवाल उठाया। दूसरी तरफ, मंत्री और भाजपा नेता नितेश राणे ने भी अपने बड़े भाई नीलेश राणे के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के पास अक्सर वैध व्यावसायिक आय होती है और किसी के घर पर नकदी की मौजूदगी को अन्यथा नहीं देखा जाना चाहिए।
निकाय चुनाव से पहले पैसे बांटने का विवाद
शिवसेना नेता नीलेश राणे ने बुधवार को आरोप लगाया था कि दो दिसंबर को होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों से पहले महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के मालवण में भाजपा के एक कार्यकर्ता के घर पर मतदाताओं को बांटने के लिए रखे गए नकदी से भरे बैग मिले हैं। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी से जुड़े नीलेश राणे ने एक “स्टिंग ऑपरेशन” करने का दावा किया। उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्य भाजपा प्रमुख रवींद्र चव्हाण ने दो दिन पहले मालवण का दौरा किया था।
सहयोगियों के बीच तनाव और बढ़ा
भाजपा द्वारा इन आरोपों का खंडन करने के बाद राज्य सरकार में दोनों सहयोगियों के बीच तनाव और बढ़ गया है। शिवसेना विधायक के पिता नारायण राणे और भाई नितेश राणे भाजपा में हैं। इस मामले पर बृहस्पतिवार को पत्रकारों से बात करते हुए बावनकुले ने कहा, ‘‘यह भी पूछा जाना चाहिए कि क्या किसी के घर में सीधे घुसना, उसके शयनकक्ष में जाना और फिर यह दावा करना उचित है कि यह स्टिंग ऑपरेशन का हिस्सा है।’’
मामले की गहन जांच होनी चाहिए
भाजपा नेता ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि नीलेश राणे ने ऐसा व्यवहार क्यों किया और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी के शयनकक्ष में जाना ‘‘थोड़ा अनुचित’’ है। राणे के इस आरोप का ज़िक्र करते हुए कि मतदाताओं को बांटने के लिए रखे गए पैसों से भरे बैग भाजपा कार्यकर्ता के घर से मिले थे, बावनकुले ने कहा कि इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘यह पैसा एक भाजपा कार्यकर्ता के घर से बरामद हुआ था और प्राथमिकता यह पता लगाने की है कि इसका संबंध किसी व्यावसायिक गतिविधि से था, संपत्ति के लेन-देन से या किसी और चीज से।’’
छोटे राणे ने बड़े राणे के आरोप खारिज किए
इस बीच, नितेश राणे ने अपने भाई के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कई राजनीतिक कार्यकर्ताओं के ‘क्रशर’, होटल या अन्य वाणिज्यिक गतिविधियां व व्यवसाय हैं। उन्होंने कहा, ‘‘किसी राजनीतिक दल का कार्यकर्ता बनने से पहले हम में से ज़्यादातर लोगों के पास कोई न कोई व्यवसाय या आय के स्रोत जरूर थे। किसी को भी सिर्फ़ इसलिए भाजपा को बदनाम करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए क्योंकि हमारे कार्यकर्ता के घर से कुछ नकदी मिली है। मुझे हमारे कार्यकर्ता के घर से कुछ नकदी मिलने में कोई समस्या नहीं दिखती।’’
चुनाव दो दिसंबर को होने हैं
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण के बारे में नीलेश राणे की टिप्पणी पर नितेश राणे ने कहा, ‘‘हमारे प्रदेश पार्टी प्रमुख हर उस जगह का दौरा करेंगे जहां चुनाव हो रहे हैं।’’ भाजपा नेता एवं राज्य के मंत्री आशीष शेलार ने बुधवार को नीलेश के आरोपों को झूठा बताया था। ‘‘स्टिंग ऑपरेशन’’ के बाद चुनाव अधिकारी और पुलिस भाजपा कार्यकर्ता के घर पहुंचे। कार्यकर्ता ने दावा किया कि यह पैसा उसके व्यवसाय के लिए था और इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। महाराष्ट्र में विभिन्न नगर परिषदों और नगर पंचायतों के लिए चुनाव दो दिसंबर को होने हैं।



