फरीदाबाद मस्जिद से संदिग्ध पाउडर, अल-फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टरों पर सख्त जांच शुरू

फरीदाबाद
हरियाणा के फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से विस्फोटक बनाने का सामान मिलने के मामले के बाद पुलिस को स्थानीय स्तर पर अमोनियम नाइट्रेट, यूरिया खरीदने का पता चला था। इसके बाद शहर के अलग अलग हिस्सों में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
अलफलाह यूनिवर्सिटी के सभी डॉक्टरों के लॉकर चेक किए जाएँगे और प्रोफेसरों की बैंक डिटेल को भी खंगाला जाएगा। करीब 200 डॉक्टर पहले ही पुलिस के रडार पर हैं।
दरअसल फरीदाबाद की त्यागी मार्केट के पास के जामा मस्जिद से 23 नवंबर 2025 को दानेदार सफेद पाउडर, दूसरी पॉलिथीन में सफेद महीन पाउडर और तीसरी पॉलिथीन में काले रंग का पाउडर मिला है। पुलिस ने जब्त कर इसे जाँच के लिए भेज दिया है।
इससे पहले पुलिस की जाँच में पता चला है कि जमा किए गए केमिकल फरीदाबाद, नूंह और आसपास के इलाकों से खरीदे गए थे। मॉड्यूल में शामिल डॉक्टर 2023 से ही अमोनियम नाइट्रेट जैसे केमिकल जमा कर रहे थे।
इसके बाद, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने तुरंत एक बड़ा अभियान शुरू किया है। वे खाद की दुकानों, केमिकल गोदामों, हार्डवेयर की दुकानों और कारखानों की जांच कर रहे हैं। पुलिस यह देख रही है कि हर दुकानदार ने कितना सामान खरीदा और बेचा, स्टॉक रजिस्टर में क्या लिखा है और सामान खरीदने वालों की पहचान क्या है।
फरीदाबाद पुलिस मस्जिद, होटल, कॉलोनियों, धर्मशालाओं और खाद-बीज की दुकानों में तलाशी ले रही है। डबुआ के त्यागी मार्केट स्थित जामा मस्जिद से एक संदिग्ध पाउडर मिलने के बाद जांच एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। अब इस पाउडर के सैंपल की लैब रिपोर्ट का इंतजार है।
अल-फलाह यूनिवर्सिटी के डॉक्टर शाहीन सईद, डॉक्टर मुजम्मिल शकील और डॉक्टर उमर नबी के नाम आतंकी मॉड्यूल में सामने आने के बाद, पुलिस अब यूनिवर्सिटी के सभी डॉक्टरों और प्रोफेसरों की जानकारी जुटा रही है। यूनिवर्सिटी में सभी डॉक्टरों के लॉकर और बैंक स्टेटमेंट भी चेक किए जाएंगे।
पुलिस का सर्च ऑपरेशन के दौरान इलाके में रहने वाले किराए दारों का डीटेल भी देखा जा रहा है, साथ ही मकान मालिकों को पुलिस वेरिफिकेशन के बाद ही घर किराए पर देने को कहा गया है। इलाके में दूसरे राज्यों से आए लोगों की जाँच भी की जा रही है।
इस बीच अल फलाह यूनिवर्सिटी में सख्ती के बाद जिनके बच्चे पढ़ रहे हैं, वे काफी परेशान दिखे। यूनिवर्सिटी प्रबंधन और छात्रों के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई। एनआईए और दूसरी जाँच एजेंसियां लगातार कैंपस में आकर पड़ताल कर रही हैं। इससे छात्रों और उनके परिजनों की चिंता और बढ़ गई है। शनिवार को भी कई छात्र-छात्राओं के पेरेंट्स कैंपस पहुँचे और यूनिवर्सिटी प्रबंधन से बात करने की कोशिश की।
ये लोग हो चुके हैं गिरफ्तार आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के शक में पुलिस यूनिवर्सिटी के मुजम्मिल को घर किराए पर देने वाले यूनिवर्सिटी के इमाम मोहम्मद इश्तियाक, धौज गांव के बाशिद और शोएब और पलवल के असवटी के शब्बीर से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस को शक है कि इन सभी का संपर्क आतंकी गतिविधियों में शामिल रहे मुजम्मिल और दिल्ली बम ब्लास्ट में मारे गए उमर नबी से था।
सुसाइड बॉम्बर आतंकी डॉ. उमर नबी की कार चलाने वाले और उसके संपर्क में रहने वाले यूनिवर्सिटी के कई छात्रों को भी पुलिस ने हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।
मस्जिद में मिला संदिग्ध पाउडर डबुआ थाना प्रभारी रणधीर सिंह ने बताया कि 23 नवंबर की सुबह 5 बजे हमने गली-गली जाकर चेकिंग अभियान चलाया। डबुआ की त्यागी मार्केट स्थित जामा मस्जिद से एक कट्टे में दानेदार व्हाइट पाउडर, दूसरी पॉलिथीन में बारीक व्हाइट पाउडर, तीसरे प्लास्टिक के कट्टे में दानेदार ब्लैक पाउडर जैसा कुछ संदिग्ध पदार्थ मिला। पुलिस ने उसे कब्जे में लेकर जांच के लिए लैब भेज दिया।
पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि पुलिस शहर के अलग अलग हिस्सों में ये सर्च अभियान चला रही है। इस दौरान मकान मालिकों को किराएदारों की वेरिफिकेशन कराने के लिए बोला जा रहा है। कॉलोनियों में दूसरे राज्यों से जो लोग आकर रह रहे हैं, उनके बारे में जानकारी हासिल की जा रही है।



